ये घरेलू उपाए बचाएंगे आपको पीरियड्स की तकलीफों से

महिलाओ को हर महीने पीडियड्स की समस्या से जूझना पड़ता है जो बहुत पेनफूल होता है, अनियमित पीरियड्स, अत्यधिक ब्लीडिंग आदि समस्या से तुरन्त आराम पाना चाहती हैं तो ये घरेलू उपाय अपनाये.

ज़्यादा दर्द होने पर :-

पीरियड्स के दौरान होनेवाले अत्यधिक दर्द में दर्द की दवा लेने की बजाय ये घरेलू नुस्खे ट्राई करें.

एक जगह बैठने या लेटे रहने की बजाय टहलें. इससे दर्द से राहत मिलती है.

दादी मां ये नुस्खा आज़माएं- एक टीस्पून शक्कर को आधा टीस्पून घी और आधा टीस्पून आजवायन के साथ गर्म करें और पानी के साथ इसका सेेवन करें.

जैसे ही दर्द शुरू हो दो-तीन ग्लास गर्म पानी पी लें.

2 से 3 ग्राम अदरक, 4 काली मिर्च, एक बड़ी इलायची, इन्हें कूटकर उबलते पानी में डालिए, फिर इसमें काली चाय, दूध और शक्कर मिलाइए. उबालकर थोड़ी देर रखने के बाद गर्म ही पीजिए. मासिक धर्म के दर्द से मुक्ति के लिए यह अत्यंत उपयोगी नुस्खा है.

पीरियड्स के पहले ही दिन एक ग्लास गुनगुने पानी में डेढ़ टीस्पून दालचीनी पाउडर और 1 टेबलस्पून शहद मिलाकर दिन में तीन बार पीएं.

एक कप पानी में 1 टेबलस्पून तुलसी की पत्तियां उबालकर थोड़ी-थोड़ी देर में पीएं.

एक कप पानी में अदरक का एक टुकड़ा, शहद और नींबू का रस मिलाकर पांच मिनट तक उबालें. दिन में तीन बार पीएं.

अलसी में दर्दनिवारक गुण होते हैं, जो पीरियड्स में होनेवाले दर्द व मरोड़ मेें आराम दिलाते हैं. 1-2 टेबलस्पून अलसी फांक लें.

गर्म पानी की थैली से पेट के निचले हिस्से में सेंक करें. तुरंत आराम मिलेगा.

एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण पपीता पीरियड्स के दर्द में काफ़ी फ़ायदेमंद साबित होता है.

अनियमित माहवारी:-

गाजर का रस पीने से भी पीरियड्स नियमित हो जाता है. सुबह-शाम 200 ग्राम गाजर का जूस पानी के साथ पीनेे से मासिक धर्म नियमित होने लगता है.

पीरियड्स अनियमित तथा दर्द के साथ हो तो आधा चम्मच कलौंजी दिन में दो बार मासिक धर्म के दौरान लें. कलौंजी के बीजों का चूर्ण बनाकर रख लें और इसे गर्म पानी के साथ लें.

पीरियड्स नियमित न हो तो यह नुस्खा आज़माएं- 10 ग्राम तिल को 200 ग्राम पानी में उबालें. चौथाई रहने पर उसे उतारकर तथा उसमें गुड़ मिलाकर पीएं.

पीरियड्स शुरू होने के कुछ दिन पहले ही 1 टीस्पून साबूत धनिया दो कप पानी में डालकर उबालें. जब पानी आधा रह जाए, तब उसे उतारकर छान लें. दिन में तीन बार इसे पीएं. धीरे-धीरे माहवारी सामान्य हो जाएगी.

1 ग्लास दूध में डेढ़ टीस्पून दालचीनी पाउडर मिलाकर तीन-चार हफ़्तों तक पीएं. अगर आप चाहें, तो चाय में दालचीनी पाउडर भी मिलाकर पी सकती हैं.

एक ग्लास दूध में 1/4 टीस्पून हल्दी पाउडर मिलाकर रोज़ाना पीएं. अनियमित माहवारी को नियमित करने में यह भी काफ़ी मदद करता है.

एक कप पानी में आधा टीस्पून अदरक मिलाकर पांच-सात मिनट तक उबालें. स्वाद के लिए थोड़ी शक्कर मिला लें. खाना खाने के बाद दिन में तीन बार यह काढ़ा लें. महीनेभर यह उपाय करें.

एक ग्लास पानी में 2 टेबलस्पून सौंफ भिगोकर रातभर रखें. सुबह छानकर सौंफ का पानी पी लें. इस नुस्ख़े को एक महीने तक आज़माएं.

1 टीस्पून पुदीना के पत्तों को सुखाकर पीस लें. उसमें 1 टीस्पून शहद मिलाकर दिन में तीन बार उसका सेवन करें.

गाजर का जूस भी अनियमित माहवारी को नियमित बनाता है.

अधिक रक्तस्राव:-

अगर आपके पीरियड्स सात दिन से ज़्यादा रहते हैं और आपको हर 2-3 घंटों में सैनिटरी नैपकीन बदलनी पड़ती है, तो आप अधिक रक्तस्राव की समस्या से जूझ रही हैं. यह आपके लिए नुक़सानदायक है, क्योंकि इसके कारण आप एनीमिया की भी शिकार हो सकती हैं. इसलिए इन होम रेमेडीज़ की मदद से उसे कंट्रोल करें.

एक ग्लास ऑरेंज जूस में 2 टेबलस्पून नींबू का रस मिलाकर दिन में चार-पांच बार पीएं. * हैवी ब्लीडिंग में मूली काफ़ी लाभदायक होती है. 2-3 मूली को पीसकर उसमें 1 कप छाछ मिलाकर 3-4 बार पीएं.

कद्दू को पीसकर उसमें थोड़ी-सी शक्कर मिलाएं. इस मिश्रण को दूध या दही में मिलाकर खाएं.

पीरियड्स के 1-2 हफ़्ते पहले कुछ दिनों तक गन्ने का जूस पीएं. यह पीरियड्स को नियमित करने के साथ-साथ हैवी ब्लीडिंग को भी कंट्रोल करता है.

बेल की पत्तियों को पानी में उबालकर-छानकर पीएं. इसके अलावा बेल खाने से भी अत्यधिक रक्तस्राव की समस्या में राहत मिलती है.

सरसों को पीसकर पाउडर बना लें. आधा टीस्पून सरसों पाउडर एक ग्लास दूध में मिलाकर दिन में दो बार पीएं.

यह भी पढ़ें:

 

फूलगोभी के सेवन से जुड़े कुछ संभावित स्वास्थ्य लाभ यहां दिए गए हैं जानिए