कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ने पर दिखते हैं ये 7 संकेत, भूलकर भी न करें नजरअंदाज

शरीर को स्वस्थ रखने के लिए हार्मोन का संतुलित रहना बहुत जरूरी है। शरीर में हार्मोन्स के असंतुलन के कारण कई तरह की शारीरिक समस्याएं और बीमारियां हो सकती हैं। हमारे शरीर में दिन से लेकर रात तक सिर से लेकर दिमाग तक कई तरह के हार्मोन काम करते हैं।इन्हीं हार्मोन में से एक है कोर्टिसोल हार्मोन। कोर्टिसोल हार्मोन शरीर में पानी और नमक के संतुलन को बनाने और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है। किसी व्यक्ति के शरीर में अगर कोर्टिसोल हार्मोन सही तरीके से काम नहीं करता है, तो इसकी वजह से छाती, पेट और चेहरे पर फैट बढ़ जाता है। शरीर के इन हिस्सों में फैट बढ़ने की वजह से कई तरह की शारीरिक परेशानियां और बीमारियां होती हैं। पुरुषों के मुकाबले कोर्टिसोल हार्मोन से जुड़ी समस्या महिलाओं को ज्यादा होती है। आज इस लेख में डाइटिशियन और गट हेल्थ कोच मनप्रीत कालरा से जानेंगे महिलाओं में कोर्टिसोल हार्मोन के असंतुलित होने के लक्षण और इसे संतुलित रखने के उपायों के बारे में।

महिलाओं में कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ने के लक्षण-
हेल्थ एक्सपर्ट मनप्रीत कालरा ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में एक्सपर्ट ने महिलाओं में कार्टिसोल हार्मोन बढ़ने के लक्षणों और इससे बचाव करने के तरीकों की जानकारी दी है। आइए जानते हैं इसके बारे में…

  1. पीरियड्स का नियमित न होना
  2. बैली फैट
  3. लिपिडो का कम होना
  4. नींद से जुड़ी समस्याएं
  5. ज्यादा मात्रा में कैफीन का सेवन
  6. वजन तेजी से बढ़ना
  7. ज्यादा तनाव में रहना।

महिलाओं में कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ने के कारण- 

शरीर की क्षमता से ज्यादा एक्सरसाइज करने से कार्टिसोल हार्मोन बढ़ता है।

ज्यादा खाना खाने से भी शरीर में हार्मोन का बैलेंस बिगड़ जाता है।

जो लोग बहुत तनाव में रहते हैं, उनके शरीर में हार्मोन का बैलेंस बिगड़ जाता है।

नींद पूरी न करना या कम नींद से भी कार्टिसोल बढ़ता है।

अस्थमा, डायबिटीज, थायराइड जैसी बीमारियों में भी यह हार्मोन बढ़ता है।

अल्कोहल, कैफीन और तंबाकू का अधिक मात्रा में सेवन करने से भी महिलाओं के शरीर में कार्टिसोल हार्मोन बढ़ता है।

कोर्टिसोल हार्मोन को कैसे संतुलित रखें?- 

हेल्थ एक्सपर्ट की मानें तो जिन महिलाओं को कार्टिसोल हार्मोन बढ़ने के लक्षण नजर आते हैं, उन्हें तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। डॉक्टर की सलाह के साथ ही डाइट में 5 सुपरफूड्स को शामिल करके कार्टिसोल हार्मोन को संतुलित किया जा सकता है।

1) कोको – स्मूदी में 1 छोटा चम्मच कोको मिलाएं।

2) कैमोमाइल चाय – रात के खाने के बाद एक कप कैमोमाइल चाय पिएं।

3) केला – मध्य भोजन के समय 1 केला खाएं।

4) मुनक्का- सुबह 3-4 भीगे हुए मुनक्का खाएं।

5) काजू – सोने से पहले 1 काजू भिगोकर खाने से कार्टिसोल हार्मोन संतुलित रहता है।

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