कांग्रेस ने अडाणी समूह से लंबे समय तक जुड़ी रही एक ऑडिट कंपनी के जांच के घेरे में आने संबंधी खबर का हवाला देते हुए बृहस्पतिवार को दावा किया कि इस कारोबारी समूह में जरूर कुछ गड़बड़ है।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने जिस खबर का हवाला दिया, उसमें कहा गया है कि राष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग प्राधिकरण (एनएफआरए) ने ऑडिट कंपनी ‘एसआर बाटलीबोई’ के खिलाफ जांच शुरू की है।रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘मई, 2023 में अडाणी टोटल गैस लिमिटेड के वैधानिक लेखा परीक्षक ने इस्तीफा दिया। यह लेखा परीक्षक कंपनी जानी मानी नहीं थी। अगस्त, 2023 में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध एक अन्य वैधानिक लेखा परीक्षक ने अडाणी पोर्ट्स के वित्तीय लेनदेन पर चिंता व्यक्त करने के बाद इस्तीफ़ा दे दिया।’
उन्होंने कहा, ‘अक्टूबर, 2023 में तीसरे वैधानिक लेखा परीक्षक को लेकर ख़बर आई है। इसका भी इस पेशे में बड़ा नाम है। इस कंपनी की जांच स्वयं राष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग प्राधिकरण रहा है। यह अडाणी समूह की पांच कंपनियों की लेखा परीक्षक है।’ उन्होंने दावा किया, ‘प्रधानमंत्री (नरेन्द्र) मोदी के इस सबसे पसंदीदा समूह में कुछ गड़बड़ तो ज़रूर है।’
अमेरिकी कंपनी ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ द्वारा अडाणी समूह के खिलाफ ‘अनियमितताओं’ और स्टॉक मूल्य में हेरफेर का आरोप लगाए जाने के बाद से कांग्रेस इस कारोबारी समूह पर निरंतर निशाना साध रही है। अडाणी समूह ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में लगाए गए सभी आरोपों को खारिज किया है और उसका कहना है कि उसने कोई गलत काम नहीं किया गया है।