पश्चिम बंगाल में सुशासन की सख्त जरूरत लेकिन ममता गरीबों का ‘मजाक’ उड़ा रही हैं: भाजपा

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल को सुशासन की सख्त जरूरत है लेकिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपनी ‘खराब हो चुकी छवि को चमकाने की बेकार की कवायद’ में राज्य के गरीब लोगों का ‘मजाक’ उड़ा रही हैं और उनका ‘अपमान’ कर रही हैं।

तृणमूल कांग्रेस की महिला सांसदों ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की बनर्जी को निशाना बनाने वाली हालिया ‘महिला विरोधी’ टिप्पणी के खिलाफ संसद भवन परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। तृणमूल सांसदों ने मांग की कि सिंह को उनकी टिप्पणी के लिए संसद से निष्कासित किया जाए।

इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा नेता अमित मालवीय ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में दावा किया, ”पश्चिम बंगाल को शासन की सख्त जरूरत है।”

उन्होंने आरोप लगाया, ”राज्य का भौतिक बुनियादी ढांचा चरमरा रहा है, खराब स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधाओं ने राज्य को एचडीआई रैंकिंग में नीचे धकेल दिया है, गरीबी और बेरोजगारी बढ़ रही है, महिलाओं, दलितों और आदिवासियों के खिलाफ अपराध बेरोकटोक जारी है, उद्योग बंद हो रहे हैं और राज्य में कोई नया निवेश नहीं दिख रहा है।”

भाजपा नेता ने सवाल किया, ”ऐसे परिदृश्य में क्या मुख्यमंत्री ममता बनर्जी करदाताओं के पैसे पर फिल्मी सितारों की मेजबानी को उचित ठहरा सकती हैं?”तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने बुधवार को ‘एक्स’ पर गिरिराज सिंह द्वारा एक टीवी चैनल को दिए गए कथित साक्षात्कार की क्लिप साझा की थी, जिसमें भाजपा नेता ने बनर्जी का जिक्र करते हुए कहा था, ”जश्न मना रही है, ठुमके लगा रही है, ये अच्छा नहीं है।”

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के कोलकाता अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भाग लेने पर केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री की टिप्पणी की आलोचना करते हुए तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य शांतनु सेन ने बुधवार को उच्च सदन में देश की आर्थिक स्थिति पर चर्चा के दौरान यह मुद्दा उठाया था।

उन्होंने कहा था, ”मैं हमारे एक कैबिनेट मंत्री द्वारा देश की एकमात्र महिला मुख्यमंत्री को निशाना बनाए जाने के हाव-भाव का कड़ा विरोध करना चाहूंगा। अगर आप चाहें तो मैं आपको वीडियो दिखा सकता हूं। इस पर ध्यान दिया जाना चाहिए।”