प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भगवान श्री राम, माता सीता और रामायण की बातें समय, समाज, जाति, धर्म और क्षेत्र की सीमाओं से परे हर एक व्यक्ति से जुड़ी हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने अयोध्या में होने जा रहे राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह अभियान के तहत गुरुवार को श्री राम जन्मभूमि मंदिर को समर्पित छह विशेष स्मारक डाक टिकट जारी करने के बाद अपने संदेश में कहा कि सबसे मुश्किल कालखंड में भी त्याग, एकता और साहस दिखाने वाली रामायण, अनेक मुश्किलों में भी प्रेम की जीत सीखाने वाली रामायण पूरी मानवता को खुद से जोड़ती है। यही कारण है कि रामायण पूरे विश्व में आकर्षण का केंद्र रही है। उन्होंने कहा कि दुनिया के विभिन्न देशों और विभिन्न संस्कृतियों में रामायण को लेकर एक उत्साह रहा है और पूरे विश्व में भगवान श्री राम, माता सीता और रामायण को बहुत गौरव से देखा जाता है।
प्रधानमंत्री ने कहा किआज श्री राम जन्मभूमि मंदिर को समर्पित छह विशेष स्मारक डाक टिकट जारी किए गए हैं। विश्व के अलग-अलग देशों में प्रभु श्री राम से जुड़े जो डाक टिकट पहले जारी हुए हैं, आज उनका एक एल्बम भी रिलीज हुआ है। इस अवसर पर देश-विदेश के सभी राम भक्तों और सभी देशवासियों को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब आप किसी डाक टिकट को जारी करते हैं और जब कोई इसे किसी को भेजता है तो वह सिर्फ पत्र या सामान नहीं भेजता, बल्कि वह सहज रूप से इतिहास के किसी अंश को भी किसी दूसरे तक पहुंचा देता है। डाक टिकट विचारों, इतिहास और ऐतिहासिक अवसरों को अगली पीढ़ी तक पहुंचाने का एक माध्यम भी होते हैं। ये डाक टिकट केवल कागज का टुकड़ा नहीं हैं, ये केवल कला का कोई कार्य नहीं है बल्कि ये इतिहास की किताबों, कलाकृतियों के रूपों और ऐतिहासिक स्थलों के सबसे लघु रूप होते हैं, बड़े-बड़े ग्रंथों और विचारों के भी लघु रूप होते हैं।
उन्होंने कहा कि इसमें पंचतत्वों की फिलॉसफी को भी भगवान राम के माध्यम से लघु रूप में दिखाया गया है। अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कंबोडिया, कनाडा, इंडोनेशिया, श्रीलंका, न्यूजीलैंड और सिंगापुर सहित विश्व के अलग-अलग देशों में प्रभु श्री राम से जुड़े जारी हुए डाक टिकटों का एल्बम (पुस्तक) भी जारी करने की जानकारी देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज की पीढ़ी के युवाओं के लिए यह देखना बहुत रुचिकर होगा कि कैसे दुनिया के विभिन्न देश श्री राम पर आधारित, रामायण से जुड़े प्रसंगों पर आधारित डाक टिकट बहुत ही सम्मान और आत्मीयता के साथ जारी करते रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इससे यह भी पता लगता है कि प्रभु श्री राम किस तरह से भारत के बाहर भी उतने ही महान आदर्श हैं और विश्व की तमाम सभ्यताओं पर राम का कितना गहरा प्रभाव रहा है। आधुनिक समय में भी अनेक राष्ट्रों ने भगवान राम के चरित्र की सराहना की है। यह एल्बम इन सभी जानकारियों के साथ प्रभु श्री राम और माता जानकी की लीला कथाओं की एक संक्षिप्त सैर भी कराएगी। उन्होंने कहा कि एक तरह से महर्षि वाल्मीकि का वह कथन आज भी अमर है जिसमें उन्होंने कहा था कि जब तक पृथ्वी पर पर्वत हैं, नदियां हैं, तब तक रामायण की कथा, श्री राम का व्यक्तित्व लोक-समूह में प्रचारित होता रहेगा।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को श्री राम जन्मभूमि मंदिर को समर्पित छह विशेष स्मारक डाक टिकट जारी किए हैं। इसके साथ ही उन्होंने अमेरिका, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, कनाडा, कंबोडिया जैसे देशों के अलावा संयुक्त राष्ट्र जैसे वैश्विक संगठनों सहित 20 से अधिक देशों में प्रभु श्री राम से जुड़े जो डाक टिकट पहले जारी हुए हैं, उनका एक एल्बम (48 पेज की स्टाम्प पुस्तक) भी रिलीज की है। डाक टिकट के डिज़ाइन में राम मंदिर, चौपाई ‘मंगल भवन अमंगल हारी’, सूर्य, सरयू नदी, और मंदिर में एवं उसके आसपास की मूर्तियां शामिल हैं। इन विशेष 6 स्मारक डाक टिकटों में राम मंदिर, भगवान गणेश, भगवान हनुमान, जटायु, केवटराज और मां शबरी शामिल हैं।