आजकल लोगों में एलर्जी की प्रॉब्लम बहुत अधिक देखने को मिलता है, इसके वजह से लोगों के गले में दर्द, जलन-चुभन जैसी प्रॉब्लम का सामना करना पड़ता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार एलर्जी एक ऐसी गंभीर प्रॉब्लम है जो की घर में बैठे-बैठे भी हो सकती है. ऐसे में इसे भूलकर भी इनडोर एलर्जी को इग्नोर नहीं करना चाहिए.
क्योंकि अगर इस पर समय रहते ध्यान न दिया जाए तो इसके कारण अस्थमा, एलर्जिक राइनाइटिस और साइनसाइटिस जैसी सांस से जुड़ी गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं. गर्मी के मौसम में यह प्रॉब्लम और अधिक बढ़ जाती है.
क्या है इनडोर एलर्जी
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार बढ़ते तापमान के साथ इनडोर पॉल्यूशन यानी घर के अंदर के प्रदूषकों को लेकर भी सावधानी बरतना बहुत जरूरी है. क्योंकि धूल के कण, फफूंद, पालतू जानवरों के बाल और शुष्क हवाएं एलर्जी को ट्रिगर कर सकती हैं. ऐसे में इससे छींक, खांसी, नाक बंद होने, गले में दर्द, घरघराहट जैसी गंभीर प्रॉब्लम हो सकती हैं.
इतना ही नहीं लंबे समय तक इनडोर एलर्जी में रहने से सांस से जुड़ी गंभीर प्रॉब्लम हो सकती हैं और इसका असर नींद की गुणवत्ता पर भी पड़ सकता है.
एलर्जी से ऐसे करें बचाव
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार घर के अंदर मौजूद प्रदूषकों से बचने के लिए समय-समय पर अच्छी तरह साफ-सफाई करें और फर्श, कालीन और हर चीज को बारीकी से साफ करें.
इसके अलावा कमरे में हवा ठीक तरह आए, इसकी व्यवस्था बनाना जरूरी है. इसके लिए वेंटिलेंशन को बेहतर बनाएं और चादरों को समय-समय पर जरूर बदलें.
कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि बाहर के प्रदूषण की तरह घर के अंदर वाले प्रदूषण भी खतरनाक हो सकते हैं. इसलिए घर के अंदर की हवा को साफ बनाए रखना और कमरे में धूम्रपान करने से बचना चाहिए. साथ ही गमलों में पौधे लगाना चाहिए.
इसके अलावा जिन लोगों को सांस से जुड़ी प्रॉब्लम हैं उनमें डिहाइज्रेशन की प्रॉब्लम भी हो सकती है. इसलिए ध्यान रखें कि पानी पीना कम न करें, क्योंकि इसकी वजह से वायुमार्ग में सूखापन और जलन की प्रॉब्लम हो सकती है.
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