शीतकाल के लिए श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि विजयादशमी पर्व मंगलवार 24 अक्टूबर को बदरीनाथ धाम में तय की जायेगी, जबकि भगवान श्री केदार के कपाट भैयादूज पर्व पर 15 नवंबर को शीतकाल के लिए बन्द किए जाएंगे।
कपाट बंद होने की तिथि घोषित करने के लिए श्री बदरीनाथ मंदिर परिसर में धार्मिक समारोह आयोजित किया जायेगा। कार्यक्रम के मुताबिक श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय की उपस्थिति में रावल एवं धर्माधिकारी पंचांग गणना के पश्चात कपाट बंद होने के शुभ मुहूर्त की घोषणा
की जायेगी। इस अवसर पर बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार, मुख्य कार्याधिकारी योगेन्द्र सिंह सहित अधिकारी कर्मचारी, हक-हकूकधारी मौजूद रहेंगे।
बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि बदरीनाथ धाम में कपाट बंद होने की तिथि तय करने के कार्यक्रम समारोह में यात्रा वर्ष 2024 के लिए मंदिर भंडार की जिम्मेदारी के तहत मंदिर समिति हक -हकूकधारियों को पगड़ी भेंट करेगी।
उन्होंने बताया कि श्री केदारनाथ धाम के कपाट परंपरागत रूप से भैयादूज पर बुधवार 15 नवंबर को विधि-विधान से बंद हो जायेंगे और भगवान केदारनाथ की पंचमुखी उत्सव मूर्ति शीतकालीन प्रवास पर श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचेगी।
विजयदशमी पर्व पर ही द्वितीय केदार मद्महेश्वर के कपाट बंद होने की तिथि श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ और तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट बंद होने की तिथि शीतकालीन गद्दी स्थल मार्कंडेय मंदिर मक्कूमठ में तय होगी।
श्री गंगोत्री मंदिर समिति के अनुसार श्री गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए अन्नकूट के अवसर पर 14 नवंबर को पूर्वाह्न 11.45 बजे बंद हो जायेंगे जबकि श्री यमुनोत्री धाम के कपाट भैयादूज पर 15 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद होंगे।