नजमुल शान्तो (90) और कप्तान शाकिब अल हसन (82) के बीच तीसरे विकेट के लिये 169 रन की साझीदारी की बदौलत बांग्लादेश ने आईसीसी विश्वकप के 38वें मुकाबले में सोमवार को श्रीलंका को तीन विकेट से हरा दिया। विश्व कप के इतिहास में श्रीलंका की बांग्लादेश के हाथों यह पहली हार है। मैच के बाद श्रीलंका के खिलाड़ियों ने बांग्लादेश को बधाई देने की नैतिक परंपरा का भी निर्वहन नहीं किया।
उनकी नाराजगी बांग्लादेश के कप्तान शाकिब से थी जिन्होने नियमों का हवाला देते हुये श्रीलंका के बल्लेबाज एंजिलो मैथ्यूज को पारी शुरु करने से पहले ही अंपायर से आउट की अपील की जिसे स्वीकार कर लिया गया था। क्रिकेट के इतिहास में यह पहली घटना थी जिसके लिये शाकिब को आलोचना भी झेलनी पड़ रही है।
अरूण जेटली स्टेडियम में श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुये चरिथ असलंका (108), पथुम निसंका (41) और सदीरा समराविक्रमा (41) की मदद से 279 रन बनाये और बांग्लादेश ने विजय लक्ष्य को 53 गेंद बाकी रहते ही सात विकेट खोकर हासिल कर लिया। विश्व कप से श्रीलंका और बांग्लादेश पहले ही बाहर हो चुके हैं मगर इस मैच के बाद बांग्लादेश रन रेट के लिहाज से अब श्रीलंका से एक पायदान ऊपर काबिज हो चुका है। दोनो टीमों को अभी एक एक मैच और खेलना है।
बांग्लादेश की जीत में शाकिब की भूमिका अहम रही जिन्होने नजमुल के साथ मिल कर तेजी से रन बटोरे और टीम को जीत के मुहाने पर लाकर खड़ा कर दिया। उन्होने महज 65 गेंदो की पारी में 12 चौके और दो छक्के लगाये। वह ऐसे समय क्रीज पर आये थे जब बांग्लादेश दो विकेट 41 रन पर गंवा कर संघर्ष की स्थिति में आ गया था।
बल्लेबाजी न कर पाने का मलाल मैथ्यूज ने गेंद से निकाला। उन्होने क्रीज पर पूरी तरह सेट हो चुकी शाकिब और शांतो की जोड़ी को एक के बाद एक विदा किया।इससे पहले श्रीलंका की शुरुआत खराब रही और पहले ही ओवर की आखिरी गेंद पर उसने कुसल परेरा चार रन का विकेट गंवा दिया। उन्हें शाकिब ने शोरिफ़ुल इस्लाम के हाथों कैच आउट कराया।
उसके बाद 12वें ओवर की तीसरी गेंद पर कप्तान कुसल मेंडिस 19 रन को शाकिब ने शोरिफुल इस्लाम के हाथों कैच आउट कराकर पवेलियन भेज दिया। 13ओवर की चौथी गेंद पर सलामी बल्लेबाज पाथुम निसांका 36 गेंदों में 41 रन आउट हुये। उन्हें तंजीम बोल्ड आउट किया। उसके बाद समरविक्रम और असलंका ने इसके बाद पारी को संभाला। असलंका ने शाकिब और तंजीम की गेंदों पर छक्के लगाये। समरविक्रम 41 रन शाकिब की गेंद पर महमूदुल्लाह को कैच थमा बैठे।
इस मैच के दौरान एंजेलो मैथ्यूज अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ‘टाइम आउट’ होने वाले पहले बल्लेबाज बने। मैथ्यूज जैसे ही क्रीज पहुंचे और हेलमेट लगाने लगे तो उसका स्ट्रैप टूट गया। उन्होंने ड्रेसिंग रूम से दूसरा हेलमेट लाने का इशारा किया लेकिन इसमें दो मिनट से अधिक का समय लग गया। इस बीच शाकिब ने मैथ्यूज के खिलाफ टाइम आउट की अपील की और अंपायर मराइस इरासमस ने उन्हें आउट करार दिया। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में यह पहली बार हुआ जब अगली गेंद फेंके जाने से पहले ही दूसरा बल्लेबाज आउट हो गया।
धनंजय असलंका को मेहदी हसन मिराज की गेंद विकटकीपर ने स्टंप आउट करदिया। असलंका ने इसके बाद तीक्ष्णा के साथ मिलकर पारी को आगे बढ़ाया। दोनों ने 45वें ओवर में टीम का स्कोर 250 रन के पार पहुंचाया। तीक्षणा 22 रन बनाने के बाद शरीफुल की गेंद पर थर्ड मैन पर स्थानापन्न खिलाड़ी नासुम अहमद को कैच थमा बैठे।
असलंका 108 रन को तनजीम की गेंद पर लिटन दास ने कैच आउट किया। तंजीम ने 49.3 ओवर में कासुन रजिथा शून्य को आउट किया और फिर दुष्मंता चमीरा चार के रन आउट श्रीलंका की पारी का 279 के स्कोर पर अंत कर दिया। बंगलादेश की ओर से तनज़ीम हसन साकिब ने तीन विकेट लिये। शाकिब अल हसन और शोरिफ़ुल इस्लाम को दो-दो विकेट मिले। वहीं मेहदी हसन मिराज ने एक बल्लेबाज को आउट किया।