मुश्किलों से उबरने की कोशिश में लगी स्पाइसजेट ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने विमान पट्टे पर देने वाली कंपनी एशलॉन आयरलैंड मैडिसन वन लिमिटेड के साथ 413 करोड़ रुपये का विवाद सुलझा लिया है।यह पिछले दो हफ्ते में इस तरह का तीसरा विवाद है जिसका स्पाइसजेट ने निपटारा किया है।
एयरलाइन ने एक बयान में कहा कि एशलॉन के साथ कानूनी विवाद का निपटान होने से 4.8 करोड़ डॉलर (करीब 398 करोड़ रुपये) की बचत होगी।इस विवाद निपटान के तहत स्पाइसजेट दो एयरफ्रेम का अधिग्रहण करेगी। आम तौर पर एयरफ्रेम बिना इंजन वाला विमान होता है।
कई बाधाओं का सामना कर रही और धन जुटाने की प्रक्रिया में लगी एयरलाइन तीन विवादों का निपटान कर कुल तीन एयरफ्रेम हासिल कर रही है। ये एयरफ्रेम बोइंग 737 एनजी विमानों के हैं।स्पाइसजेट ने कहा कि इन सफल निपटानों से एयरलाइन को कुल 685 करोड़ रुपये की बचत हुई है।
इसके पहले स्पाइसजेट ने पांच मार्च को लगभग 1.12 करोड़ डॉलर (93 करोड़ रुपये) के विवाद के संबंध में क्रॉस ओशन पार्टनर्स के साथ समझौता किया था।उससे पहले 28 फरवरी को स्पाइसजेट ने सेलेस्टियल एविएशन के साथ 2.99 करोड़ डॉलर (250 करोड़ रुपये) का विवाद सुलझाया था।