किसी भी क्षेत्रीय राजनीतिक दल का नाम लिए बिना उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मंगलवार को कहा कि कुछ तत्व जम्मू-कश्मीर के बारे में अराजकता और भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन उन पर ध्यान देने, समर्थन करने या उनके साथ शामिल होने की कोई जरूरत नहीं है।
उपराज्यपाल सिन्हा ने नई दिल्ली के पृथ्वी राज रोड पर आयोजित जम्मू-कश्मीर संभावना कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में पिछले 4-5 वर्षों के भीतर जम्मू-कश्मीर में बड़े पैमाने पर बदलाव आया है। इस सुधार को देश और विदेश के लोगों के सामने प्रदर्शित करते हुए सरकार ने आज यहां सात दिवसीय जम्मू-कश्मीर संभावना कार्यक्रम आयोजित किया है।
उपराज्यपाल ने कहा कि आजादी के बाद जम्मू-कश्मीर में विदेशी सहित पर्यटकों की भारी आमद देखी गई है। दो साल पहले जम्मू-कश्मीर में क्रमशः 1.87 करोड़, फिर 2.17 लाख पर्यटक आये थे। इसके अलावा विदेशी पर्यटकों के आगमन में 2.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। एक प्रश्न के जवाब में उपराज्यपाल सिन्हा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के पहाड़ियों को आरक्षण देने का उद्देश्य उन्हें राष्ट्र निर्माण में अपने प्रयासों का उपयोग करने के लिए मुख्यधारा में लाना है।
उन्होंने कहा कि यह पिछले दशकों में छोड़े गए लोगों को मुख्यधारा में शामिल करने का एक प्रयास है। मेरा मानना है कि अगर हम भारत को एक विकसित भारत बनाना चाहते हैं तो इसमें प्रत्येक व्यक्ति की भूमिका और योगदान होना चाहिए। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मीडिया से अपील की कि वह पिछले 4 से 5 वर्षों में जम्मू-कश्मीर में हुए बदलावों के बारे में देश और विदेश के लोगों को जागरूक करने में अपनी भूमिका निभाएं।