आज की इस डिजिटल दुनिया में ज्यादातर चीजे ऑनलाइन हो गई है. हमारी लाइफ से जुड़े हर पहलू का एक हिस्सा ऑनलाइन मौजूद रहता है और इस प्रत्येक हिस्से की हिफाजत करता है कोई ना कोई यूनिक पासवर्ड ये अपने अल्फान्यूमेरिक और स्पेशल कैरेक्टर्स के कॉम्बिनेशन से हमारी ऑनलाइन दुनिया की एक ऐसी चाबी बनता है, जिसकी काट निकालना आम तौर पर बहुत मुश्किल होता है.
आज के दौर में आपके हर ऑनलाइन अकाउंट का पासवर्ड अलग-अलग होना चाहिए. अगर एक ही पासवर्ड होगा तो हैक होने पर आपके सभी ऑनलाइन अकाउंट्स पर खतरा हो सकता है. लेकिन कई सारे अलग-अलग पासवर्ड को याद रखने में भी समस्या होती है. तो ऐसे में आप पासवर्ड मैनेजर्स वाले एप्स का उपयोग कर सकते हैं.
जानिए, क्या होते हैं पासवर्ड मैनेजर एप ?
पासवर्ड मैनेजर एक बहुत ही खास तरह के एप्स होते हैं, जिनको सिर्फ और सिर्फ पासवर्ड को सुरक्षित तरीके से स्टोर और मैनेज करने के लिए उपयोग किया जाता है. पासवर्ड मैनेजर एप एक तरह से डिजिटल वॉल्ट (डिजिटल तिजोरी) की तरह होता है, जो पासवर्ड्स को एनक्रिप्टेड फॉर्म में सेव करके रखता है. इस एप में आपके सारे पासवर्ड्स स्टोर रहते हैं. और जब भी आपको कहीं पर लॉग-इन करने की आवश्यकता पड़ती है तो पासवर्ड मैनेजर एप्स वह आपके पासवर्ड को ऑटोफिल भी कर देते हैं, यानी आपको हर जगह पासवर्ड टाइप करने की भी आवश्यकता नहीं पड़ती.
पासवर्ड मैनेजर एप्स पासवर्ड को स्टोर करने के साथ- साथ पासवर्ड जनरेशन में भी सहायता करते हैं. ये एप्स आपके लिए यूनिक और बहुत मजबूत पावडर्स जनरेट करके देते हैं जो कि अल्फाबेट्स, नेबर्स और स्पेशल कैरेक्टर्स के रैंडम कॉम्बिनेशन होते हैं. ऐसे रैंडम पासवर्ड्स को तोड़ पाना बहुत कठिन होता है.
इन एप्स के सेक्युरिटी लेवल बहुत तगड़े होते हैं. अपने डिवाइस पर किसी भी पासवर्ड मैनेजर एप को एक्सेस करने के लिए आपको एक मास्टर कोड की आवश्यकता होती है, जो आमतौर पर आपके बायोमेट्रिक्स होते हैं, यानी आपके फिंगरप्रिंट्स और फेस स्कैन, यानी आपके अलावा और कोई भी इसको एक्सेस नहीं कर सकता. ये पासवर्ड मैनेजर्स डेस्कटॉप, मोबाइल सब पर चलते हैं और ये क्रॉस प्लेटफॉर्म काम्पैटिबिलिटी (सभी प्लेटफॉर्म, ब्राउजर, ऑपरेटिंग सिस्टम में काम करने वाला) के साथ आते हैं.
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