संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इस्लामोफोबिया और कट्टरता के अन्य रूपों के प्रसार के लिए सोशल मीडिया को जिम्मेदार ठहराया है।
श्री गुटेरेस ने शुक्रवार को कहा “दुनिया भर में, हम मुस्लिम विरोधी नफरत और कट्टरता की बढ़ती लहर देख रहे हैं। घृणा फैलाने वाले भाषण देने वाले अपनी घृणित विचारधाराओं को बढ़ाने और फैलाने के लिए इतिहास के सबसे शक्तिशाली मेगाफोन, सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर रहे हैं।” उन्होंने इस्लामोफोबिया से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस को चिह्नित करने के लिए एक कार्यक्रम में कहा कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म चरमपंथी विचारधाराओं और उत्पीड़न के लिए धर्म विरोधी स्थल बन गए हैं।
उन्होंने कहा कि राजनीतिक नेताओं को रास्ता दिखाना चाहिए और सामाजिक एकजुटता को बढ़ावा देना चाहिए। सरकारों को भड़काऊ प्रवचन की निंदा करनी चाहिए और विशेष रूप से अल्पसंख्यकों की धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा करनी चाहिए। डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म को उपयोगकर्ताओं को उत्पीड़न से बचाने के साथ-साथ घृणित सामग्री के प्रसार को नियंत्रित और रोकना चाहिए एवं कृत्रिम बुद्धिमत्ता को पूर्वाग्रहों और रूढ़िवादिता को कम करना चाहिए।
श्री गुटेरस ने कहा, “हम इस्लामोफोबिया से निपटने के लिए इस अंतरराष्ट्रीय दिवस पर एकजुट हैं। हम समानता, गरिमा, मानवाधिकार और सम्मान के सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को नवीनीकृत करेंगे। हम सहानुभूति को बढ़ावा दें और विभाजन के स्रोत के बजाय विविधता को एक ताकत के रूप में अपनाकर सामाजिक एकजुटता की ओर बढ़ें।”