डायबिटीज, जिसे मधुमेह के नाम से भी जाना जाता है, एक पुरानी स्थिति है जो रक्त में शर्करा (ग्लूकोज) के स्तर को प्रभावित करती है। जब शरीर इंसुलिन का उत्पादन या उपयोग करने में असमर्थ होता है, तो यह हाइपरग्लाइसीमिया (उच्च रक्त शर्करा) का कारण बनता है।हाइपरग्लाइसीमिया त्वचा सहित शरीर के कई अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है।आज हम आपको बताएँगे डायबिटीज में होने वाले त्वचा संबंधी लक्षण।
यहां डायबिटीज के कुछ त्वचा संबंधी लक्षण दिए गए हैं जिन पर आपको ध्यान देना चाहिए:
शुष्क और खुजली वाली त्वचा:
उच्च रक्त शर्करा त्वचा को शुष्क और खुजलीदार बना सकती है, जिससे खरोंच और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
धीमी गति से ठीक होने वाले घाव:
डायबिटीज रक्त प्रवाह को बाधित कर सकता है, जिससे घावों को ठीक होने में अधिक समय लगता है, और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
मधुमेही न्यूरोपैथी:
यह तंत्रिका क्षति है जो पैरों और हाथों में सुन्नता, दर्द या झुनझुनी पैदा कर सकती है।
त्वचा के संक्रमण:
डायबिटीज वाले लोगों में फंगल संक्रमण, जैसे कि यीस्ट संक्रमण (थ्रश) और त्वचा संक्रमण (कार्बनकल्स) होने का खतरा अधिक होता है।
यलोइश त्वचा:
उच्च रक्त शर्करा का स्तर त्वचा को पीले रंग का बना सकता है, जिसे यीस्ट संक्रमण भी पैदा कर सकता है।
डायबिटिक डर्मोपैथी:
यह त्वचा का एक विकार है जो छोटे, भूरे रंग के धब्बे या पैच के रूप में दिखाई देता है, आमतौर पर धड़ या पैरों पर।
एकैंथोसिस निग्रिकन्स:
यह त्वचा का एक मोटा, मखमली पैच होता है जो आमतौर पर गर्दन, बगल या कमर के आसपास दिखाई देता है।
यदि आपको इनमें से कोई भी त्वचा संबंधी लक्षण दिखाई दे, तो अपने डॉक्टर से मिलना महत्वपूर्ण है।
डायबिटीज के प्रबंधन और त्वचा संबंधी जटिलताओं को रोकने के लिए वे उचित उपचार और सलाह प्रदान कर सकते हैं।यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि यह केवल सामान्य जानकारी है और चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है।यदि आपको कोई स्वास्थ्य संबंधी चिंता है, तो कृपया हमेशा किसी योग्य स्वास्थ्य सेवा पेशेवर से सलाह लें।
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