तमिलनाडु के चार जिलों में बाढ़ से हालात बिगड़ गए हैं। पिछले 24 घंटे में हुई तेज बारिश ने दक्षिणी जिलों थूथुकुडी, तिरुनेलवेली, तेनकासी और कन्याकुमारी में भारी तबाही मचाई है। भारतीय तट रक्षक बल और वायु सेना ने मदद कार्यों के लिए हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं।
भारतीय तट रक्षक बल ने दक्षिणी तमिलनाडु में बाढ़ राहत के लिए मदुरै में पहले से ही परिचालन में मौजूद डोर्नियर और एएलएच का समर्थन करने के लिए एक अतिरिक्त उन्नत लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) तैनात किया है। पिछले 24 घंटों में अभूतपूर्व बारिश होने से तिरुनेलवेली और थूथुकुडी जिलों में व्यापक बाढ़ आ गई। वायु सेना स्टेशन सुलूर को राहत एवं बचाव कार्यों का ऑपरेशन सौंपा गया है। मौजूदा समय में वायु सेना के एमआई-17 वी5 हेलीकॉप्टर से बाढ़ पीड़ितों का रेस्क्यू ऑपरेशन किया जा रहा है।
थूथुकुडी, तिरुनेलवेली, तेनकासी और कन्याकुमारी जिलों में बारिश और बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लाखों लोग घरों में फंसे हैं। सुरक्षाबलों की मदद से बड़े पैमाने पर राहत और बचाव अभियान शुरू किया गया है। इन चार जिलों का संपर्क तमिलनाडु के बाकी हिस्सों से कट गया है। अधिकारियों ने कहा कि सोमवार सुबह तक 1,039 बच्चों सहित 7,434 लोगों को राहत शिविरों में भेजा गया है। कई जगह बिजली आपूर्ति बंद करनी पड़ी है। कुछ स्थानों पर मोबाइल टावर ध्वस्त हो जाने से नेटवर्क में बाधा आ गई है।
राज्य सरकार ने सोमवार देर रात तक जनहानि के आंकड़े जारी नहीं किए। हालांकि, चार जिलों में हजारों एकड़ फसल जलमग्न हो गई है। सैकड़ों वाहन बह गए हैं। थमीराबरन नदी उफान पर है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात के लिए सोमवार रात नई दिल्ली पहुंचे। राज्यपाल आरएन रवि ने मंगलवार को राजभवन में रक्षा और केंद्र सरकार के विभागों के अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई है।