कई लोगों की लाइफस्टाइल में डेयरी डाइट का अहम हिस्सा होता है. लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इन फूड आइट्म को हम खाना जितना ज्यादा पसंद करते हैं. लेकिन क्या हमारे लिए खतरनाक हो सकती है. अक्सर कहा जाता है कि पीसीओएस से पीड़ित लोगों को डेयरी से बने प्रोडक्ट नहीं खाने चाहिए. इससे और हार्मोनल इनबैलेंस बढ़ने की संभावना है. लेकिन क्या यह सच है? आज हम इस आर्टिकल के जरिए यही जानने की कोशिश करेंगे पीसीओएस वाले को डेयरी प्रोडक्ट खाने चाहिए या नहीं? आज हम इससे जुड़े फैक्ट्स को लेकर बात करेंगे. क्या डेयरी प्रोडक्ट पीसीओएस के लिए हानिकारक है? अगर आपको पीसीओएस है तो क्या आपको डेयरी के प्रोडक्ट खाने चाहिए? आज हम इन्ही सभी सवालों के जवाब जानने की कोशिश करेंगे.
पीसीओएस के मरीज को दूध खाना चाहिए या नहीं?
ऐसे फूड आइटम्स जिसे खाने से कफ बढे वैसे फूड आइटम को पीसीओएस में खाने से बचना चाहिए. क्योंकि यह स्थिति को खराब कर सकता है. दूध भारी होता है और वह कफ बढ़ाता है. इसलिए पीसीओएस के मरीज इससे दूर रहें और जितना जरूरी है उतना ही खाएं क्योंकि यह आपके के लिए खतरनाक हो सकता है.
हालांकि, सभी डेयरी प्रोडक्ट एक ही तरह से बनाई जाती है. दूध न पीकर आप दूध से बने दूसरे आइटम खाएं तो पीसीओएस वाली महिलोओं के लिए यह काफी अच्छा है. एक तरफ दूध और दही पीसीओएस के मरीज में कफ बढ़ा सकता है वहीं छाछ आपके लिए बेस्ट है. इसलिए इसे नाश्ते, दोपहर और रात के खाने के साथ भी सकते हैं. पनीर को भी एक सीमित मात्रा में डाइट में शामिल कर सकते हैं. लेकिन हर दिन नहीं. घी और ताजा बने मक्खन भी आराम से खा सकते हैं. लेकिन सीमित मात्रा में. घी पाचन के लिए अच्छा होता है और यह कफ भी नहीं बढ़ाता है.
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