अभिनेता शांतनु माहेश्वरी ने ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ में काम करने के अनुभव के बारे में बताया है। संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ के प्रदर्शन के दो साल पूरे हो गये हैं। इस फिल्म में शांतनु माहेश्वरी ने अफसान की भूमिका निभायी।शांतनु ने हजारों फैंस और आलोचकों का दिल जीत लिया और उन्हें नीली आंखों वाला लड़का कहा जाने लगा।
शांतनु माहेश्वरी ने कहा, ऐसा महसूस नहीं हो रहा है कि ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ दो साल की हो गई है, ऐसा लग रहा है जैसे कुछ दिन पहले ही मैं संजय सर के साथ शूटिंग कर चूका हूं और सेट पर उनसे सीख रहा था। हर कोई मुझे अफसान का किरदार निभाने के लिए याद करता है।
सेट पर संजय सर जैसे किसी व्यक्ति के साथ रहना और उन्हें अपने सामने अपनी जादू की छड़ी घुमाते हुए देखना बहुत संतुष्टिदायक अनुभव था। मैं सभी कौशलों को हमेशा याद रखूंगा। शांतनु अब नीरज पांडे की फिल्म ‘औरों में कहां दम था’ के साथ-साथ बंगाली सिनेमा में चलचित्र से डेब्यू करते नजर आएंगे।