AAP के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को सुप्रीम कोर्ट ने दो अप्रैल बेल दे दिया था. और आज बुधवार, 3 अप्रैल को सांसद संजय सिंह जेल से रिहा हुए. राज्यसभा सांसद संजय सिंह बाहर आने के बाद उन्होंने लोगो को संबोधित करते हुए कहा है कि ”यह वक्त जश्न मनाने का नहीं है। यह वक्त संघर्ष करने का है,,
आपको बता दें कि राज्यसभा सांसद संजय सिंह 6 महीने बाद तिहाड़ जेल से बाहर आए हैं. संजय सिंह को कथित शराब नीति घोटाला मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया था.आप समर्थक और संजय सिंह का परिवार उनके जेल से बाहर आने का बेसब्री से इंतजार कर रहा था. जब संजय सिंह तिहाड़ जेल से बाहर आए तो वहां हजारों कार्यकर्ता मौजूद थे. संजय सिंह ने दोनों हाथ उठाकर कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाया. जेल के बाहर कार्यकर्ताओं की भीड़ लगातार उन पर फूल बरसा रही थी.
संजय सिंह ने तिहाड़ जेल से अपनी रिहाई पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ”यह जश्न मनाने का समय नहीं है. यह संघर्ष करने का समय है. हमारी पार्टी के सबसे बड़े नेता अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसौदिया और सत्येन्द्र जैन को जेल में रखा गया था.” हमें पूरा भरोसा है कि इस जेल के ताले टूटेंगे और अरविंद केजरीवाल रिहा होंगे.” बाहर आते ही संजय सिंह सबसे पहले अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल से मिलने उनके आवास पर गए.
सांसद संजय सिंह के तिहाड़ जेल से बाहर आने पर दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, ”सभी कार्यकर्ताओं ने संजय सिंह का स्वागत किया, उन्होंने सभी से कहा कि यह जश्न मनाने का समय नहीं है, यह संघर्ष करने का समय है. अभी हमारे तीन बड़े नेता हैं” “अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसौदिया और सत्येन्द्र जैन जेल के अंदर हैं और जब तक वे रिहा नहीं होंगे, हम जश्न नहीं मनाएंगे बल्कि संघर्ष करेंगे। जेल के ताले टूटेंगे, अरविंद केजरीवाल रिहा होंगे.”
संजय सिंह की रिहाई पर दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने कहा, ”सुप्रीम कोर्ट ने ईडी से बार-बार पूछा कि मनी ट्रेल कहां है. ईडी के पास कोई जवाब नहीं था और इसीलिए ईडी को कहना पड़ा कि हम जमानत का विरोध नहीं कर रहे हैं.” ।” चलिए ऐसा करते हैं और आज 6 महीने बाद संजय सिंह वापस आये हैं. संजय सिंह फिर शेर की तरह दहाड़ेंगे और बीजेपी की तानाशाही को करारा जवाब देंगे.यह जश्न का नहीं बल्कि संघर्ष का माहौल है. यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक हमारी पार्टी के बाकी नेता अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसौदिया, सत्येन्द्र जैन और विजय नायर जेल से बाहर नहीं आ जाते. “जब सभी लोग आएँगे, तो जश्न शुरू हो जाएगा।”
संजय सिंह के तिहाड़ जेल से बाहर आने पर दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, “अगर किसी भ्रष्ट पार्टी का कोई नेता जमानत पर बाहर आता है और वह पार्टी इसका जश्न मनाती है तो यह उस पार्टी की सोच को दर्शाता है. जमानत पर बाहर है.” आने का मतलब अपराध से मुक्त होना नहीं है, अगर जमानत मिल गई तो जमानत भी खत्म हो जाती है.
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