इजराइल सरकार ने रूवेन अजार को भारत में नए राजदूत के रूप में नियुक्त करने की रविवार को मंजूरी दे दी।इजराइल के विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, अजार श्रीलंका और भूटान में अनिवासी राजदूत के रूप में भी काम करेंगे।उनके साथ ही इजराइल सरकार ने विदेशों में स्थित दूतावासों में 21 नए राजनयिकों की नियुक्ति को मंजूरी दी है जो जल्द ही पदभार संभालेंगे।
विदेश मंत्री अली कोहेन ने नए राजनयिकों को बधाई देते हुए कहा कि वे ”इजराइल और उसके नागरिकों का प्रतिनिधित्व करेंगे, उसकी अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाएंगे और इजराइल सरकार के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन को मजबूत करेंगे।”आधिकारिक सूत्रों से मिली सूचना के अनुसार, अजार अभी रोमानिया में इजराइल के राजदूत के रूप में काम कर रहे हैं।
अभी यह पता नहीं चला है कि वह नयी दिल्ली में प्रभार कब संभालेंगे।अजार पहले विदेश मंत्रालय में इजराइल-अमेरिका-चीन आंतरिक कार्य बल के प्रमुख के रूप में भी सेवाएं दे चुके हैं। इससे पहले वह इजराइल के प्रधानमंत्री के विदेश नीति सलाहकार और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में विदेश नीति के लिए उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के रूप में भी काम कर चुके हैं।अजार 2014 से 2018 तक वाशिंगटन में इजराइल दूतावास में उप राजदूत भी रह चुके हैं।
उन्होंने फलस्तीनी प्राधिकरण के साथ सहयोग और बातचीत के विभिन्न पहलुओं पर भी काम किया और साथ ही फलस्तीनी मुद्दों पर अनुसंधान भी किया है।अजार का जन्म अर्जेंटीना में हुआ और वह 13 साल की उम्र में अपने परिवार के साथ इजराइल आए थे। उन्होंने 1985 से 1988 तक इजराइली रक्षा बलों की पैराट्रूपर बटालियन में भी काम किया है।उन्होंने हिब्रू विश्वविद्यालय से अंतरराष्ट्रीय संबंधों में स्नातक और परा-स्नातक की डिग्री ली है।