3 महीने से छोटेशिशु को बार-बार चूमना खतरनाक,फैल सकते हैं ये 2 जानलेवा वायरस

छोटे बच्चे हर किसी को प्यारे लगते हैं इसलिए हर कोई उनसे प्यार करना चाहता है। अगर घर में कोई छोटा बच्चा है तो अक्सर परिवार के लोग, रिश्तेदार और मिलने आने वाले दोस्त-परिचित उसे खाना खिलाते हैं और उसे चूमकर अपना प्यार जताते हैं। छोटे बच्चों की त्वचा मुलायम होती है और मुस्कान प्यारी लगती है, इसलिए उनके गाल बड़ों को आकर्षित करते हैं।लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपके बच्चे को कई लोगों द्वारा चूमना उसकी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। आइए हम आपको बताते हैं कि घर पर बच्चे को प्यार करते समय आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

अजनबियों के लिए बच्चों को चूमना क्यों खतरनाक है?
हर कोई छोटे बच्चे को देखते ही उसे चूमना चाहता है, लेकिन आपको अपने बच्चे को अजनबियों से दूर रखना चाहिए। इसका कारण यह है कि कुछ ऐसी बीमारियाँ हैं जो सांस के जरिए एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में तेजी से फैल सकती हैं। जब अजनबी बच्चे के गालों को चूमते हैं तो ये बैक्टीरिया उनकी सांस के जरिए बच्चे के गालों और मुंह में प्रवेश कर जाते हैं। ये बैक्टीरिया धीरे-धीरे अपनी संख्या बढ़ाकर बच्चे को बीमार कर सकते हैं।

किन बीमारियों का है खतरा?
मुंह और सांस से फैलने वाली बीमारियों में टाइप 1 एचपीवी वायरस या ओरल हर्पीस वायरस प्रमुख है। यह वायरस बहुत संक्रामक है. यदि इस वायरस से संक्रमित कोई व्यक्ति आपके बच्चे को चूमता है, तो वायरस तुरंत बच्चे के शरीर में प्रवेश कर जाएगा और उसे बीमार कर देगा।एचपीवी वायरस के कारण बच्चे को गंभीर संक्रमण हो सकता है। यह वायरस शिशु के लिवर, फेफड़े, आंखें, होंठ, त्वचा आदि को नुकसान पहुंचा सकता है। इसके अलावा कभी-कभी ये वायरस मस्तिष्क तक पहुंच जाते हैं तो स्थिति घातक हो सकती है।
इसके अलावा जेनिटल हर्पीस वायरस (एचएसवी-2) का भी खतरा रहता है।

क्या हैं ओरल हर्पीज के लक्षण

  • शिशु को बुखार आना
  • शिशु के गले में सूजन
  • होठों और मुंह के आसपास छाले
  • मुंह पर छोटे-छोटे दाने

 

3 महीने से छोटे बच्चों के लिए जानलेवा हैं ये वायरस

आपको जानकर हैरानी होगी, मगर Centers for Disease Control and Prevention के मुताबिक दुनियाभर के आधी से ज्यादा जनसंख्या में ओरल हर्पीज और जेनिटल हर्पीज के वायरस पाए जाते हैं। आमतौर पर बड़ों को ये वायरस कम प्रभावित करते हैं, क्योंकि उनका शरीर रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) विकसित कर चुका होता है। मगर 3 महीने से छोटे बच्चों में इस वायरस से लड़ने की क्षमता नहीं विकसित होती है इसलिए ये उनके लिए जानलेवा साबित हो सकता है।

बच्चे को इस वायरस से कैसे बचाएं?

अजनबियों को अपने बच्चे को चूमने या सहलाने की अनुमति न दें।
अगर घर में कोई संक्रामक रोग से पीड़ित है तो बच्चे को उसके आसपास न ले जाएं और न ही उसे छूने दें।
शिशु की साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें।
शिशुओं के लिए विशेष सैनिटाइज़र उपलब्ध हैं। शिशु को उठाने, छूने या दूध पिलाने से पहले ही बेबी सैनिटाइजर का प्रयोग करें। वयस्कों के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले सैनिटाइज़र बच्चों की त्वचा के लिए हानिकारक हो सकते हैं।

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