आम आदमी पार्टी (आप) की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने रविवार को दावा किया कि आप के नेताओं और उनके कार्यकर्ताओं द्वारा कथित तौर पर चलाए गए चरित्र हनन अभियान के बाद उन्हें दुष्कर्म और जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि ‘मेरी अपनी पार्टी आम आदमी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मेरे चरित्र हनन का प्रयास करते हुए मेरे खिलाफ माहौल बनाने का प्रयास किया। यह सब यूट्यूबर ध्रुव राठी के एकतरफा वीडियो आने के बाद ज्यादा बढ़ गई है।’
आप की राज्यसभा सांसद मालीवालने रविवार को आरोप लगाया है कि ‘आप’ नेताओं और उनके वॉलंटियर्स द्वारा चलाए गए ‘चरित्र हनन’ अभियान के बाद उन्हें बलात्कार और जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं. ‘आप’ सांसद ने यूट्यूबर ध्रुव राठी पर उनके खिलाफ ‘एकतरफा’ वीडियो पोस्ट करके नफरत अभियान को और बढ़ाने का भी आरोप लगाया.राज्यसभा सांसद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के अपने ‘एक्स’ हैंडल पर मिले अपमानजनक संदेशों और बलात्कार की धमकियों के कई स्क्रीनशॉट साझा करते हुए कहा कि उनकी अपनी ही पार्टी के नेताओं द्वारा कथित तौर पर उनका ना सिर्फ चरित्र हनन किया गया, बल्कि बतौर पीड़िता मुझे शर्मिंदा भी किया गया है.
राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ‘एक्स’ पोस्ट में कहा, “मेरी पार्टी यानी ‘आप’ के नेताओं और वॉलंटियर्स द्वारा मेरे खिलाफ चरित्र हनन, मुझे शर्मसार करने और भावनाएं भड़काने का अभियान चलाने के बाद, मुझे बलात्कार और जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं. यह तब और बढ़ गया जब यूट्यूबर ध्रुव राठी ने मेरे खिलाफ एक तरफा वीडियो पोस्ट किया.”
दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की पूर्व प्रमुख ने आगे दावा किया कि पार्टी नेतृत्व उन्हें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सहयोगी बिभव कुमार के खिलाफ अपनी शिकायत वापस लेने के लिए डराने-धमकाने की कोशिश कर रहा है. मालीवाल ने यूट्यूबर राठी पर निराशा जाहिर करते हुए कहा कि उनसे संपर्क करने और कहानी का अपना पक्ष साझा करने की कोशिशों के बावजूद, उन्होंने उनकी कॉल और संदेशों को नजरअंदाज कर दिया. उन्होंने आगे एक स्वतंत्र पत्रकार होने का दावा करने वाले राठी पर ‘आप’ प्रवक्ता होने का आरोप लगाया.
सांसद स्वाति मालीवाल ने आगे कहा, “जहां तक पार्टी नेतृत्व की बात है, यह बहुत स्पष्ट है कि वे मुझे अपनी शिकायत वापस लेने के लिए डराने-धमकाने की कोशिश कर रहे हैं. हालांकि, ध्रुव के लिए, मैंने अपना पक्ष बताने के लिए उन तक पहुंचने की पूरी कोशिश की, लेकिन उन्होंने मेरी कॉल और मेसेज को नजरअंदाज कर दिया. यह शर्मनाक है कि उनके जैसे लोग, जो स्वतंत्र पत्रकार होने का दावा करते हैं, अन्य ‘आप’ प्रवक्ताओं की तरह काम कर सकते हैं और मुझे इस हद तक शर्मिंदा किया है कि मुझे अब अत्यधिक दुर्व्यवहार और धमकियों का सामना करना पड़ रहा है.”
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