मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान को शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक सुरक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में अग्रणी राज्य बताते हुए कहा है कि राज्य सरकार द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाएं देशभर में मिसाल बन चुकी हैं।
श्री गहलोत गुरूवार को मुख्यमंत्री निवास से वीसी के माध्यम से जोधपुर में 164.75 करोड़ रुपए के विकास कार्यों के शिलान्यास- लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य में गिग वर्कर्स एक्ट, पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) बहाली, न्यूनतम एक हजार रुपए सामाजिक सुरक्षा पेंशन, 500 रुपए में गैस सिलेण्डर, 25 लाख रुपए तक का निःशुल्क बीमा, घरेलू एवं कृषि उपभोक्ताओं को 100 एवं 2000 यूनिट निःशुल्क बिजली सहित विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र को भी राज्य सरकार की योजनाओं का अध्ययन कराकर इन्हें देशभर में समान रूप से लागू करना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की प्रतिबद्धता से जोधपुर का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित हुआ है। आज जोधपुर में आईआईटी, एम्स, निफ्ट, एनएलयू आदि जैसे विश्व स्तरीय संस्थान खुले हैं। उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षों में चार नवीन विश्वविद्यालयों (एमबीएम
विश्वविद्यालय, राजीव गांधी फिनटेक विश्वविद्यालय, मारवाड़ मेडिकल यूनिवर्सिटी, महात्मा गांधी दिव्यांग विश्वविद्यालय) की सौगात जोधपुर को मिली है। राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर की तर्ज पर मारवाड़ इंटरनेशनल सेंटर की स्थापना की गई है।
श्री गहलोत ने कहा कि जोधपुर ने सदियों से जल के महत्व को समझा है। यही कारण है कि यहां कई तालाब एवं जल संग्रहण केन्द्र हैं। उन्होंने कहा कि बाईजी का तालाब के जीर्णोद्धार से युवाओं को जल की महत्वता एवं इसके संग्रहण के प्रति प्रेरणा मिलेगी। श्री गहलोत ने कहा कि महाराणा प्रताप एवं वीर तेजाजी की मूर्तियों से युवा पीढ़ी को त्याग, तपस्या एवं बलिदान की प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने कहा कि राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विकास कोष की राशि 1500 करोड़ की गई है। कोटा में छह किलोमीटर लंबे रिवर फ्रंट एवं ऑक्सी-जोन पार्क से हाड़ौती में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
उन्होंने कहा कि राज्य में चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के माध्यम से 25 लाख रुपए तक का निःशुल्क बीमा दिया जा रहा है। राजस्थान में आज 93 प्रतिशत प्रदेशवासियों के पास हैल्थ कवरेज है। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत उपभोक्ताओं द्वारा देय 10 प्रतिशत राशि भी राज्य सरकार द्वारा दी जा रही है।
इस अवसर पर नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य में विकास के अभूतपूर्व कार्य हुए हैं। साथ ही जोधपुर में हुए विकास कार्योें की भी चौतरफा चर्चा हो रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत के विजन के कारण ही कोटा आज पर्यटन सिटी के रूप में उभरा है।
श्री गहलोत ने इस दौरान किए गए लोकार्पण में बाईजी का तालाब के संरक्षण एवं सौंदर्यीकरण कार्य, लागत 14 करोड़ रुपए, जोधपुर विकास प्राधिकरण के विभिन्न विकास कार्य, लागत 4.91 करोड़ रुपए, कायलाना पर्यटन स्थल का सौंदर्यीकरण कार्य, लागत 2.56 करोड़ रुपए, सम्राट अशोक उद्यान स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स कार्य, लागत 2.35 करोड़ रुपए, एमडीएम चिकित्सालय में साइकोलॉजिकल काउंसलिंग सेंटर, लागत 18.50 लाख रुपए, चिकित्सा शिक्षा विभाग के निर्माण कार्य, लागत 120.72 करोड़ रुपए, श्री वीर तेजाजी मूर्ति का अनावरण, लागत 23 लाख रुपए एवं गणेश मंदिर पार्क में महाराणा प्रताप मूर्ति का अनावरण, लागत 23 लाख रुपए शामिल हैं।
इसी तरह जिनका शिलान्यास किया गया उनमें जोधपुर विकास प्राधिकरण के विभिन्न विकास कार्य, लागत 11.77 करोड़ रुपए, मारवाड़ कम्यूनिटी हज हाउस में लिफ्ट एवं अन्य विकास कार्य, लागत 40.2 लाख रुपए एवं मण्डलनाथ जंक्शन से नागौर रोड का सुदृढीकरण कार्य, लागत 7.40 करोड़ रुपए शामिल हैं।