पुडुचेरी विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष पी कन्नन का लंबी बीमारी के चलते यहां एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि कन्नन की उम्र 74 वर्ष थी और परिवार में उनकी पत्नी, एक बेटा और बेटी है। अस्पताल ने एक विज्ञप्ति में बताया कि कन्नन को वायरल न्यूमोनिया हुआ था और उन्हें करीब पांच साल से फेफड़ों से संबंधित बीमारी थी।
मुख्यमंत्री एन रंगास्वामी ने कन्नन के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि जब वह पुडुचेरी में मंत्री थे तो उन्होंने लोगों के कल्याण और युवाओं को बेरोजगारी की समस्या से राहत दिलाने के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया था। मुख्यमंत्री ने कन्नन के निधन को ‘अपूरणीय क्षति’ बताते हुए शोकाकुल परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की। कन्नन ने मंत्री, विधानसभा अध्यक्ष और पुडुचेरी से राज्यसभा के सदस्य के रूप में अपनी सेवाएं दी थीं।
दिवंगत नेता वर्ष 1990 के दशक में कांग्रेस से अलग होने के बाद, जी के मूपनार द्वारा गठित तमिल मनीला कांग्रेस में शामिल हो गए थे। इसके बाद उन्होंने यहां पुडुचेरी मक्कल कांग्रेस नाम से राज्यस्तरीय राजनीतिक दल का गठन किया।
कन्नन वर्ष 2009 में फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए और राज्यसभा के सदस्य बने। वर्ष 2021 में कांग्रेस से पुन: अलग होकर वह अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (अन्नाद्रमुख) में शामिल हो गए। अन्नाद्रमुक से कुछ महीने पहले अलग होकर वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए थे।पुडुचेरी विधानसभा अध्यक्ष आर सेल्वम, केंद्र शासित प्रदेश के गृह मंत्री ए नमस्सिवयम, मंत्रियों, विधायकों, विभिन्न राजनीतिक दलों और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने अन्य लोगों के साथ दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि दी।