राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ओडिशा के आदिवासी बहुल मयूरभंज जिले बादामपहाड़ रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को दो एक्सप्रेस ट्रेनों और एक मेमू सेवा का शुभारंभ किया और बादामपहाड़ रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की आधारशिला रखी। ओडिशा के मशहूर सिमलीपाल राष्ट्रीय उद्यान से मात्र 20 किलोमीटर दूर छोटे से कस्बे बादामपहाड़ तक पटरी तो आजादी के पहले से ही बन चुकी थी लेकिन आज पहली बार यहां एक्सप्रेस ट्रेन आयी है।
राष्ट्रपति ने बादामपहाड़ स्टेशन पर आयोजित एक कार्यक्रम में 08147/08148 टाटानगर बादामपहाड़ -टाटानगर मेमू सेवा, 18051/18052 बादामपहाड़ -राउरकेला -बादामपहाड़ साप्ताहिक एक्सप्रेस और 18049/18050 शालीमार- बादामपहाड़ -शालीमार साप्ताहिक एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखा कर शुभारंभ किया तथा अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत बादामपहाड़ रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का शिलान्यास भी किया।
इस मौके पर ओडिशा के राज्यपाल रघुबर दास, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, जनजातीय कार्य एवं जनशक्ति राज्य मंत्री विश्वेश्वर टूडू, ओडिशा सरकार में मंत्री सुदामा मरांडी तथा रेलवे एवं राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।राष्ट्रपति ने इस अवसर पर बादामपहाड़ स्टेशन से शालिमार बादामपहाड़ साप्ताहिक एक्सप्रेस ट्रेन में 32 किलोमीटर दूर स्थित रायरंगपुर तक यात्रा भी की। यह पहला अवसर था जब भारतीय राष्ट्रपति किसी साधारण एक्सप्रेस ट्रेन में सवारी की। राष्ट्रपति ने डाक विभाग के नये राजरंगपुर मंडल और डाक निर्यात केंद्र का उद्घाटन किया तथा एक स्मारक डाक टिकट जारी किया।
इस तरह से ओडिशा का यह सुदूरवर्ती आदिवासी क्षेत्र कोलकाता, टाटानगर और राउरकेला जैसे औद्योगिक एवं आधुनिक शहरों से जुड़ गया। इससे पूर्वी सिंहभूम और मयूरभंज जिले के बीच रेल कनेक्टिविटी मजबूत होगी एवं दैनिक यात्रियों को लाभ मिलेगा। रेल मंत्री ने इस मौके पर बादामपहाड़ से क्योंझर, बांगरीपोसी से गोरुमोहिसाणी और बूढ़ामरा से चकुलिया तक तीन नई लाइनें बिछाने की घोषणा की और कहा कि इन तीनों लाइनों की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार हो चुकी है।
उल्लेखनीय है कि बादामपहाड़ श्रीमती मुर्मू का गृह क्षेत्र है। उनकी ससुराल और मायका दोनों ही बादामपहाड़ के समीप ही है। अपने गृह क्षेत्र को रेल कनेक्टिविटी की सौगात देने आयीं राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू बीती रात रायरंगपुर में अपने घर में रुकींथीं। श्रीमती मुर्मू वर्ष 2000 से 2009 के बीच दो बार रायरंगपुर से ओडिशा विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी की सदस्य और 2000 से 2004 के बीच नवीन पटनायक सरकार में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भी रहीं हैं।
अब तक बादामपहाड़ में ग्रामीण यात्रियों के लिए टाटानगर के लिए दो और मेमू डेमू गाड़ी ही चला करती थी। बादामपहाड़ स्टेशन पर मालगाड़ियों की आवाजाही होती है जो पास की लौह-अयस्क की खदानों से कच्चे माल की ढुलाई करती हैं।टाटानगर से बादामपहाड़ तक रेलवे की मीटरगेज की एक ब्रांच लाइन आजादी से पहले ही बन गई थी जिसे कुछ वर्ष पहले ब्राॅड गेज में परिवर्तित किया गया था। कोविड काल में यह विद्युतीकृत भी हो गई है। यह पहला मौका है जब इस लाइन पर एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन शुरू होने जा रहा है।
रेलवे के अधिकारियों ने इन ट्रेनों के बारे में बताया कि 18049 शालीमार-बादामपहाड़ साप्ताहिक एक्सप्रेस प्रत्येक शनिवार को 23.05 बजे शालीमार से रवाना होगी और अगले दिन 05.40 बजे बादामपहाड़ पहुंचेगी। वापसी दिशा में, 18050 बादामपहाड़-शालीमार साप्ताहिक एक्सप्रेस प्रत्येक रविवार को 21.30 बजे बादामपहाड़ से प्रस्थान करेगी और अगले दिन 05.00 बजे शालीमार पहुंचेगी।
यह शालीमार/कोलकाता (पश्चिम बंगाल) और बादामपहाड़ (ओडिशा) के बीच पहली बार एक्सप्रेस ट्रेन कनेक्टिविटी प्रदान करेगा और बादामपहाड़/रायरंगपुर क्षेत्र से पहली रात्रिकालीन एक्सप्रेस ट्रेन सेवा होगी। ट्रेन ओडिशा के खनिज समृद्ध क्षेत्रों, औद्योगिक क्षेत्रों से होकर गुजरेगी झारखंड और पश्चिम बंगाल राज्य के साथ तेजी से कनेक्टिविटी की सुविधा प्रदान करेगा।बेहतर कनेक्टिविटी से ओडिशा के मयूरभंज जिले की वृद्धि और विकास को बढ़ावा मिलेगा। यह नई ट्रेन पश्चिम बंगाल और झारखंड के पर्यटकों को सुरम्य परिदृश्य और घने जंगलों का आनंद लेने के लिए भी प्रोत्साहित करेगी।
18051 बादामपहाड़-राउरकेला साप्ताहिक एक्सप्रेस प्रत्येक रविवार को 06.10 बजे बादामपहाड़ से प्रस्थान करेगी और उसी दिन 11.40 बजे राउरकेला पहुंचेगी। वापसी दिशा में 18052 राउरकेला-बादामपहाड़ साप्ताहिक एक्सप्रेस प्रत्येक रविवार को 14.20 बजे राउरकेला से प्रस्थान करेगी और उसी दिन 19.25 बजे बादामपहाड़ पहुंचेगी। यह एक्सप्रेस ट्रेन बादामपहाड़ के खनिज समृद्ध क्षेत्रों को भारत के इस्पात शहर राउरकेला से जोड़ेगी।
इस कनेक्टिविटी का निश्चित रूप से व्यापार और उद्योग पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। बादामपहाड़ क्षेत्र के छात्रों को राउरकेला के शैक्षणिक संस्थानों तक पहुंच आसान होगी। यह एक्सप्रेस ट्रेन पेशेवरों और व्यापारिक समुदाय के लिए सीधा और तेज़ संचार भी प्रदान करेगी।
08147 टाटानगर-बादामपहाड़ मेमू टाटानगर से 09.55 बजे प्रस्थान करके 12.40 बजे बादामपहाड़ आएगी और यहां से 12.45 बजे चल कर 15.20 बजे टाटानगर पहुंचेगी। 7यह बादामपहाड़ के खनिज समृद्ध क्षेत्रों और झारखंड के महत्वपूर्ण औद्योगिक शहर टाटानगर को जोड़ने वाली एक अतिरिक्त मेमू ट्रेन सेवा होगी। स्थानीय व्यवसायी, छोटे व्यापारी, दैनिक श्रमिक, छात्र एवं मरीज आदि इस सेवा का लाभ उठा सकते हैं। यह सेवा ओडिशा के पिछड़े इलाकों को झारखंड के औद्योगिक क्षेत्र से जोड़ेगी।
पूर्व दक्षिण रेलवे के चक्रधरपुर मंडल में बादामपहाड़ स्टेशन के अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पुनर्विकास के लिए 12.22 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। नया स्टेशन भवन मौजूदा स्टेशन भवन को नया रूप देकर प्रतिष्ठित समकालीन शैली में बनाया जाएगा। सर्कुलेटिंग एरिया को ग्रीन पैच के साथ विकसित किया जाएगा। यात्रियों की सुविधा के लिए स्टेशन भवन के सामने छतरी, 3 मीटर चौड़ा फुट ओवर ब्रिज, पार्किंग सुविधाएं, सड़क नेटवर्क का पुनर्विकास, प्लेटफार्म का विस्तार और पुनर्सतहीकरण, दिव्यांग अनुकूल सुविधाएं और साइनेज, क्वार्टरों का प्रतिस्थापन आदि का भी प्रावधान होगा