जम्मू कश्मीर के पुंछ में पिछले सप्ताह सुरक्षाबलों पर घात लगाकर किए गए हमले के जिम्मेदार आतंकवादियों का पता लगाने के लिए दुर्गम इलाकों और घने जंगलों में सुरक्षाबलों का घेराबंदी और तलाश अभियान मंगलवार को लगातार छठे दिन भी जारी है।
अधिकारियों ने यह जानकारी दी।पुंछ में आतंकवादियों द्वारा किए गए संबंधित हमले में चार सैन्यकर्मी शहीद हो गए थे।आतंकी हमले के मद्देनजर पुंछ में स्थिति की समीक्षा के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शीर्ष सैन्य और असैन्य अधिकारियों के साथ बुधवार को घटनास्थल का दौरा कर सकते हैं।अधिकारियों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में 30 से अधिक संदिग्धों से पूछताछ की गई है और उनमें से कई को छोड़ दिया गया है।
इस संबंध में एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ”सेना के वाहनों पर घात लगाकर किए गए हमले में शामिल आतंकवादियों को पकड़ने के लिए घेराबंदी और तलाश अभियान जारी है।”अधिकारी ने बताया कि अभियान में खोजी कुत्ते, निगरानी उपकरण और हवाई तंत्र शामिल हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में दबदबा बनाए रखने के अभियान के बीच घुसपैठ के सात मार्गों को बंद करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं।आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि घने जंगल, गहरी घाटियां और गुफाएं होने के कारण अभियान बेहद सावधानी से चलाया जा रहा है।राजौरी और पुंछ में लगातार चौथे दिन मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित हैं।
उन्होंने बताया कि रक्षा मंत्री के बुधवार को क्षेत्र का दौरा करने और स्थिति से निपटने के लिए किए जा रहे उपायों पर शीर्ष कमांडरों के साथ बैठक करने की संभावना है।सिंह का दौरा सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे द्वारा सोमवार को पुंछ में घटनास्थल का दौरा किए जाने के बाद होगा। सेना प्रमुख ने अपने दौरे के दौरान सुरनकोट और पास के राजौरी जिले के थानामंडी वन क्षेत्र में जारी आतंकवाद रोधी अभियान की समीक्षा की।
जनरल पांडे ने सुरक्षाकर्मियों से सभी चुनौतियों के प्रति दृढ़ रहने को कहा।पुंछ में ढेरा की गली और बुफलियाज के बीच धत्यार मोड़ पर बृहस्पतिवार को आतंकवादियों द्वारा दो सैन्य वाहनों पर घात लगाकर किए गए हमले के बाद सेना ने पूछताछ के लिए तीन असैन्य नागरिकों को उठाया था, जो शुक्रवार को मृत पाए गए।
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने शनिवार को मारे गए असैन्य नागरिकों के परिवारों को मुआवजा और नौकरी देने की घोषणा की तथा कहा कि चिकित्सा कानूनी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं और मामले पर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।सेना ने असैन्य नागरिकों की मौत की गहन आंतरिक जांच का आदेश दिया है और कहा है कि वह जांच में पूर्ण समर्थन एवं सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध है।