यू पी में एक सनसनीखेज मामला सामने आया. पुलिस ने चिता से महिला का शव उठाकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया.मृतका के पिता ने आरोप लगाया है की उसकी बेटी को 8 दिनों से खाना पीना नहीं दिया गया था और उसके साथ पति व उसके ससुराल के लोग जमकर मारपीट करते थे. वहीं पति संजय का कहना है कि सुनीता किडनी की बीमारी से परेशान थी. इसलिए उसको मेडिकल कॉलेज झांसी में भर्ती कराया गया था. वहीं इस पूरे मामले में स्थानीय पुलिस का कहना है कि उनके द्वारा मामले की जांच की जा रही है और जांच में जो भी निकल कर सामने आएगा उस के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
आपको बता दे की यूपी के बांदा जिले से एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है. एक महिला की हॉस्पिटल में इलाज के दौरान मौत हो गई. वहीं जब महिला के ससुराल वाले उनका अंतिम संस्कार कर रह थे तब एक ऐसी बात सामने आई कि शव को चिता से उठाना पड़ा. इस मामले की चर्चा पूरे इलाके में आग की तरह फैल गई.जी हां, हम बात कर रहे हैं बांदा जिले के बलखंडीनाका मोहल्ले की। यहां रहने वाले संजय की पत्नी सुनीता (40 वर्ष) की अचानक तबीयत खराब हो गई. जिसके बाद उसके पति और ससुराल वाले उसे आनन-फ़ानन में मेडिकल कॉलेज, झाँसी ले गए। जहां डॉक्टर द्वारा उसका इलाज किया गया. लेकिन इलाज के दौरान गुरुवार की देर शाम महिला की मौत हो गयी. जिसके बाद महिला का पति उसे लेकर अपने घर लौट आया.
शुक्रवार सुबह संजय हरदौली मुक्तिधाम पर अपनी पत्नी का अंतिम संस्कार कर रहे थे। तभी महिला के पिता अतरौलिया राठ निवासी हरिमोहन ने स्थानीय थाने पहुंचकर ससुराल वालों पर बेटी की हत्या करने का आरोप लगाते हुए प्रार्थना पत्र दिया. आवेदन मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को चिता से उठाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
मृतिका के पिता का आरोप है कि उनकी बेटी को 8 दिनों तक खाना-पीना नहीं दिया जाता था और उसका पति और ससुराल वाले उसे बुरी तरह पीटते थे. वहीं पति संजय का कहना है कि सुनीता किडनी की बीमारी से पीड़ित थी। इसलिए उन्हें मेडिकल कॉलेज, झाँसी में भर्ती कराया गया था। इस पूरे मामले में स्थानीय पुलिस का कहना है कि वह मामले की जांच कर रही है और जांच में जो भी सामने आएगा उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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