ब्रिटेन की एक जांच रिपोर्ट में यह सामने आने के बाद कि प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ‘भ्रम वश’ और ‘अनजाने’ में पत्नी अक्षता मूर्ति के संबंधित व्यावसायिक हितों को सार्वजनिक करने में असफल रहे हैं। इस रिपोर्ट के आने के बाद प्रधानमंत्री ने ब्रिटिश संसदीय निगरानी संस्था से माफी मांगी है।
सरकार ने बच्चों की देखभाल करने वाली संस्थाओं को वित्तीय सहायता देने के सरकार के फैसले के बाद प्रधानमंत्री सुनक यह घोषित करने में असफल रहे थे कि सरकार द्वारा वित्तीय सहायता देने के लिए चुनी गई ऐसी संस्थाओं में से एक की शेयरधारक उनकी पत्नी भी हैं। इस संबंध में सुनक पर आरोप लगने के बाद मानक मामलों के संसदीय आयुक्त डैनियल ग्रीनबर्ग ने प्रधानमंत्री के खिलाफ जांच शुरू की थी।
सुनक (43) ने संसदीय निगरानी संस्था को बताया कि उन्होंने ‘मिनिस्टीरियल रजिस्टर’ में इसकी घोषणा की थी जिसके बाद ग्रीनबर्ग ने निष्कर्ष निकाला कि हितों की घोषणा के संबंध में सुनक भ्रम की स्थिति में थे।बुधवार को जारी अपनी जांच रिपोर्ट में ग्रीनबर्ग ने कहा है, ”मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचा हूं कि घोषणा करने में यह असफलता भ्रम के कारण हुई है और श्रीमान सुनक ने अनजाने में ऐसा किया।”
हालांकि, संस्था के स्थाई आदेश के अनुरूप सुनक ने नियमों के उल्लंघन को स्वीकार किया और इसके लिए माफी मांगी। उन्होंने आयुक्त को लिखे पत्र में कहा, ”मैं अनजाने में हुई इन गलतियों के लिए माफी मांगता हूं और आपके सुधारात्मक उपायों को स्वीकार करता हूं।”