केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मध्यप्रदेश के आगामी विधानसभा चुनावों में उनकी उम्मीदवारी की संभावना पर मंगलवार को कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ता मात्र हैं।
सिंधिया ने इंदौर में संवाददाताओं के सवाल पर यह संक्षिप्त प्रतिक्रिया ऐसे वक्त दी, जब सत्तारूढ़ भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में उनके तीन सहयोगियों-नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद सिंह पटेल और फग्गन सिंह कुलस्ते को सूबे में नवंबर के दौरान संभावित विधानसभा चुनावों का उम्मीदवार घोषित कर दिया है।
विधानसभा चुनावों में इन वरिष्ठ नेताओं की उम्मीदवारी के बारे में पूछे जाने पर सिंधिया ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं की पार्टी है और हरेक कार्यकर्ता पार्टी की दी गई प्रत्येक जिम्मेदारी को अपना धर्म मानकर निभाता है।कांग्रेस का दावा है कि भाजपा ने अपने वरिष्ठ नेताओं को चुनावी मैदान में इसलिए उतारा है क्योंकि वह अपनी हार के अहसास से घबरा गई है।
सिंधिया ने पलटवार करते हुए कहा, ”चुनावों में कौन घबराया है, यह राज्य की जनता अगले 60 दिन में तय कर देगी। सपने देखना कांग्रेस की आदत बन गई है। प्रधानमंत्री कांग्रेस का विवरण सार्वजनिक रूप से पहले ही दे चुके हैं कि यह पार्टी वह लोहा है जिस पर जंग लग चुका है।”
वर्ष 2020 में कांग्रेस से भाजपा में आए सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस के साथ कठिनाई यही है कि कांग्रेस बंद कमरों में चंद लोगों के साथ बैठकर अपना चुनावी विमर्श गढ़ती है।केंद्रीय मंत्री ने कहा, ”वास्तविक विमर्श जनता बनाती है। मुझे पूरा विश्वास है कि मध्यप्रदेश की नौ करोड़ जनता के मन में ठीक उसी तरह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं, जैसे मोदी के मन में जनता है।”