सरकार ने गुरुवार को लोकसभा को बताया कि विमान यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी में ‘उड़ान’ योजना कारगर साबित हो रही है।नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रश्नकाल के दौरान एक पूरक प्रश्न के जवाब में कहा कि 2014 के बाद नौ साल में विमान यात्रियों की संख्या छह करोड़ से बढ़कर 14 करोड़ हो गयी है जो 2030 तक तीन गुना बढ़ोतरी के साथ 42 करोड़ पहुंच जाने की संभावना है। विमान यात्रियों की संख्या में इस बढ़ोतरी में ‘उड़ान’ योजना भी कारगर साबित हो रही है।
उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत 76 हवाई अड्डों से उड़ानें शुरू की गयी हैं और आंकड़े बताते हैं कि छोटी सी अवधि में एक करोड़ 30 लाख लोग ‘उड़ान’ योजना के तहत हवाई यात्रा कर चुके हैं।उन्होंने एक अन्य पूरक प्रश्न के जवाब में कहा कि सरकार ने देश को नये नागर विमानन युग में ले जाने के संकल्प के साथ एयर इंडिया का विनिवेश किया है और इसके साथ ही यह देखने को मिला है कि एयर इंडिया में पहले 400 विमानों का बेड़ा था लेकिन विनिवेश होने के साथ इस विमानन कंपनी ने एक साथ 470 विमानों की खरीद के लिए करार किया है। इसका फायदा देश के विमान यात्रियों को निश्चित ही मिलेगा।
आईयूएमएल के सांसद ई. टी. बशीर मोहम्मद ने सरकार से पूछा कि क्या वह छुट्टियों और त्योहारों के मौसम में विमान किरायों में बेतहाशा बढ़ोतरी पर अंकुश लगाने के लिए हस्तक्षेप करेगी? इस पर केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘हमें नागरिक उड्डयन क्षेत्र की स्थिति को समझना होगा। यह ‘सीजनल सेक्टर’ है। किराया बढ़ना केवल भारत के लिए ही नहीं, बल्कि वैश्विक घटना है और इसकी एक वजह यह भी यह है कि विमानन कंपनियां गैर-मौसमी अवधि में घाटे में चलती हैं।’’