इराक और अजरबैजान में निर्माण कंपनी में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 200 से अधिक लोगों के साथ ठगी करने का मामला जनपद के फेस-वन थाने में सामने आया है। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। पुलिस उपायुक्त हरीश चंदर ने बताया कि पीड़ितों से शिकायत ले ली गई है और मामले की जांच की जा रही है।
पुलिस को दी गई शिकायत में पीड़ितों ने बताया कि उन्होंने सोशल मीडिया पर विज्ञापन देखा जिसमें कम पैसों में विदेश में नौकरी लगवाने की बात कही गई थी। शिकायत के मुताबिक, उन्होंने विज्ञापन में दिए गए नंबर पर फोन किया जो अरुण कुमार नाम के व्यक्ति ने उठाया और बताया कि नोएडा के सेक्टर दो स्थित एडीएम इंटरप्राइजेज बिल्डिंग में उसका ऑफिस है।
पीड़ितों ने शिकायत में बताया कि वीजा और सभी दस्तावेज कंपनी की तरफ से बनवाए जाने की बात कही गई और इसके लिये उनसे 50 से 80 हजार रुपये खातों में ट्रांसफर करवाए गए। शिकायत में कहा गया कि आरोपियों ने नौकरी के इच्छुक लोगों को सात नवंबर को नोएडा सेक्टर-दो स्थित ऑफिस बुलाया गया और यहीं टिकट समेत अन्य दस्तावेज देने की बात कही गई।
मंगलवार को जब विदेश जाने के लिये 30 से अधिक लोग कंपनी के ऑफिस पहुंचे तो वहां ताला लगा हुआ था। इसके बाद उन्हें ठगी का पता चला। जिसके बाद पीड़ितों ने फेस-वन थाने में आरोपियों के खिलाफ शिकायत दी। पीड़ितों में से एक गोरखपुर निवासी पवन कुमार मौर्य ने बताया कि वह इसी ऑफिस में पहले आरोपी से मिल चुका था। ठगी के शिकार लोगों में अधिकांश उत्तर प्रदेश, बिहार और उत्तराखंड के बताए जा रहे हैं।
`शिकायत में कहा गया कि आरोपियों ने 200 से अधिक लोगों से विदेश में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी की है। इसमें कहा गया कि कई लोगों को आरोपियों ने वीजा भेज भी दिया था जो सही पाया गया था। अब आरोपियों का नंबर बंद आ रहा है। उनसे किसी भी माध्यम से संपर्क नहीं हो पा रहा है।
वहीं पुलिस उपायुक्त हरीश चंदर ने बताया कि पीड़ितों द्वारा अपने पासपोर्ट आरोपियों को बिहार के पटना में दिए गए थे। वहीं पर उनका साक्षात्कार भी हुआ था। उन्होंने कहा कि आरोपियों द्वारा सभी को कॉल कर नोएडा बुलाया गया था। उन्होंने कहा कि यहां पर आरोपियों का कोई ऑफिस नहीं है और प्राथमिक जांच में पता चला मामला बिहार से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा, अगर घटनास्थल नोएडा का होता है तो आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर मामले में कार्रवाई की जाएगी।