प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि दुनिया आज जो संघर्ष और टकराव का सामना कर रही है उनसे किसी को कोई लाभ नहीं होगा, बल्कि दुनिया को मानव केन्द्रित रुख के साथ आगे बढ़ने की जरूरत है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जी20 देशों की संसद के स्पीकर और संसदीय प्रतिनिधिमंडल के शिखर सम्मेलन में यह बात कही। प्रधानमंत्री ने साथ ही कहा कि हमें वैश्विक तौर पर एक दूसरे पर भरोसा करने के रास्ते में आने वाली बाधाओं को भी दूर करना होगा।
उन्होंने कहा कि यह वक्त शांति और भाईचारे का है और साथ मिलकर आगे बढ़ने का है। उनका यह बयान ऐसे समय पर आया है जब फलस्तीनी आतंकवादी समूह हमास की ओर से शनिवार को इजराइल पर ताबड़तोड़ हवाई हमले किए गए और बदले में इजराइली रक्षा बलों (आईडीएफ) की कार्रवाई चल रही है।
मोदी ने संसद भवन पर करीब 20 वर्ष पहले हुए हमले का जिक्र करते हुए कहा कि भारत सीमा पार से आतंकवाद का सामना कर रहा है जिसमें हजारों निर्दोष लोगों की जानें गई हैं।प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरी दुनिया अब यह अहसास कर रही है कि आतंकवाद कितनी बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा ”आतंकवाद मानवता के खिलाफ है।”
उन्होंने कहा कि जी20 की अध्यक्षता ने पूरे वर्ष भारत में उल्लेखनीय गतिविधियां सुनिश्चित कीं, चंद्रमा की सतह पर उतरने में भारत को मिली सफलता ने जश्न को और बढ़ा दिया।