सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी एनएलसी इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल) राजस्थान को 2.64 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली की आपूर्ति के लिए सफल बोलीदाता के रूप में उभरी है। एनएलसीआईएल कोयला मंत्रालय के तहत आने वाली नवरत्न कंपनी है।
एनएलसीआईएल ने बीएसई को भेजी सूचना में कहा, ”कंपनी कुल 810 मेगावाट क्षमता के लिए 2.64 रुपये प्रति यूनिट की दर के साथ सफल बोलीदाता रही है।” राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम (आरआरवीयूएनएल) ने इस बारे में उसे आशय पत्र (एलओआई) जारी किया है।
कंपनी ने राजस्थान के बीकानेर में 2,000 मेगावाट के पुगल सोलर पार्क में स्थापित होने वाली 810 मेगावाट की ग्रिड से जुड़ी सौर फोटोवोल्टिक बिजली परियोजनाओं से बिजली की खरीद के लिए आरआरवीयूएनएल द्वारा जारी निविदा में भाग लिया था।
एनएलसी इंडिया के पास वर्तमान में 1,431.06 मेगावाट की स्थापित नवीकरणीय ऊर्जा (आरई) क्षमता है, जबकि 2,110 मेगावाट की आरई परियोजना पाइपलाइन में है। कंपनी का अपनी कॉरपोरेट योजना-2030 के तहत 6,031 मेगावाट की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता विकसित करने का प्रस्ताव है। इस परियोजना से कॉर्बन उत्सर्जन में 46,628.56 टन की कमी आएगी। परियोजना के जीवनकाल में कुल बिजली उत्पादन 4,817 करोड़ यूनिट रहने का अनुमान है।