राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मंगलवार को बिहार में नक्सली हथियार बरामदगी के मामले में दो आरोपितों के खिलाफ विशेष कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल कर दिया है।इनमें पूर्वी चम्पारण जिले के कौरिया बंजरिया गांव निवासी राम बाबू राम उर्फ राजन और शिवहर जिले के तरियानी छपरा स्थित डेरा टोला निवासी रामबाबू पासवान उर्फ धीरज उर्फ प्रशांत का नाम है।
एनआईए के मुताबिक दोनों पर गैर कानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम, भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और शस्त्र अधिनियम के तहत आरोप हैं। ये सक्रिय रूप से प्रतिबंधित समूह सीपीआई (माओवादी) के लिए धन जुटाने का काम करते थे। इस धन का उपयोग गैरकानूनी और राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के लिए किया जाता था। ये गांव वालों को गैर कानूनी संगठन सीपीआई (माओवादी) में शामिल होने के लिए बरगलाते थे।
इसके अलावा बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के लौकरिया बागहा थाना अंतर्गत बरियाकला गांव के जंगलों में स्थानीय पुलिस ने दो एके 47 रायफल, पांच मैगजीन, 460 राउंड गोली और भारी मात्रा में नकदी बरामद की थी। शुरुआत में पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की थी। बाद में 23 जून को एनआईए ने मामला अपने हाथ में ले लिया था।