दक्षिण एशियाई देशों के संगठन सार्क के अध्यक्ष के नाते नेपाल ने विदेश मंत्री स्तरीय बैठक बुलाने की पहल शुरू की है। न्यूयॉर्क में होने वाले संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान सार्क देशों की मंत्रिपरिषद स्तरीय बैठक कराने को लेकर नेपाल ने संबंधित देशों से पत्राचार किया है।काठमांडू स्थित सार्क सचिवालय ने अफगानिस्तान को छोड़कर बाकी सभी सात देशों को न्यूयार्क में होने वाले संयुक्त राष्ट्र महासभा के इतर विदेश मंत्रियों की बैठक बुलाने को लेकर पत्र भेजा है।
सार्क के महासचिव एसाला विराकुन के तरफ से भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, भूटान और मालदीव के विदेश मंत्रियों को पत्र भेजा गया है। अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता कब्जाने के बाद कई सार्क देशों के तरफ से उसे मान्यता नहीं देने के कारण अफगानिस्तान को पत्र नहीं भेजा गया है।नेपाल के विदेश मंत्रालय की सह सचिव सेवा लम्साल ने बताया कि हमेशा से ही संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान सार्क विदेशमंत्री स्तरीय बैठक होती रही है। इसलिए औपचारिकता के लिए पत्र भेजा गया है।
उन्होंने बैठक के होने को लेकर आशंका भी जाहिर की है। लम्साल का कहना है कि भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक और कूटनीतिक तनाव की वजह से इस बैठक का होना मुश्किल लग रहा है फिर भी अध्यक्ष होने के नाते प्रयास करना हमारा कर्तव्य है।उल्लेखनीय है कि न्यूयॉर्क में सालाना होने वाली संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान अंतिम बार 2020 में सार्क विदेशमंत्री स्तरीय बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए हुई थी।2021 और 2022 में इस बैठक का आयोजन नहीं हो सका।
सार्क शिखर सम्मेलन भी अंतिम बार नेपाल में ही सन् 2015 में हुआ था। उसके बाद पाकिस्तान को अध्यक्षता लेते हुए सम्मेलन कराना था। लेकिन पाकिस्तानी आतंकियों द्वारा 2016 के जनवरी में पंजाब के पठानकोट स्थित भारतीय सैन्य ठिकाने पर हमला करने के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ सभी तरह की कूटनीतिक बातचीत बंद करते हुए उसके साथ मंच साझा करना भी छोड़ दिया था।