नासिक जिला की गिरना नदी की तलहटी से मुंबई पुलिस की टीम ने 50 किलोग्राम एमडी ड्रग बरामद किया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में बरामद ड्रग की कीमत 100 करोड़ आंकी गई है। नदी की तलहटी और नदी के किनारे बसे गांवों में मंगलवार सुबह मुंबई पुलिस का ड्रग सर्च ऑपरेशन जारी है। इस छापेमारी के संबंध में पुलिस की ओर से अभी तक अधिकृत जानकारी नहीं दी गई है।
ड्रग तस्कर ललित पाटिल के ड्राइवर सचिन वाघ ने यह ड्रग गिरना नदी की तलहटी में फेंक दिया था। इसकी जानकारी मिलते ही मुंबई पुलिस की टीम ने सोमवार देर रात से ही गिरना नदी की तलहटी में ड्रग ढूंढ़ना शुरू किया था। मंगलवार तड़के पुलिस को नदी में करीब 15 फीट नीचे ड्रग से भरी दो गोनी मिली। दोनों गोनियों में भरे 50 किलोग्राम एमडी ड्रग पुलिस के हाथ लगे हैं। इसके बाद पुलिस टीम नासिक के ग्रामीण इलाकों में खास कर गिरना नदी के तटीय इलाके के गांवों में सर्च ऑपरेशन कर रही है।
उल्लेखनीय है कि ड्रग तस्कर ललित पाटिल पुणे के ससून अस्पताल से 02अक्टूबर को फरार हो गया था। इसके बाद यह ड्रग मामला प्रकाश में आया और मुंबई की साकीनाका पुलिस ने ललित पाटिल के भाई भूषण पाटिल के नाम पर नासिक के शिंदे गांव में चल रही एमडी ड्रग बनाने वाली कंपनी पर छापा मारा था। कंपनी से पुलिस ने 150 किलोग्राम एमडी ड्रग बरामद किया, जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 300 करोड़ आंकी गई है। इसके बाद पुलिस ने उत्तर प्रदेश से भूषण पाटिल को गिरफ्तार किया था। इस मामले में मुंबई पुलिस ने फरार ड्रग तस्कर ललित पाटिल को चेन्नई के एक होटल से गिरफ्तार कर लिया था।
सोमवार को इस मामले में गिरफ्तार ललित पाटिल और उसके ड्राइवर सचिन वाघ की कस्टडी खत्म हो रही थी, इसलिए इन दोनों के साथ अन्य आरोपितों को भी कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस ने कोर्ट को बताया कि ललित पाटिल के कहने पर सचिन पाटिल ने भारी मात्रा में ड्रग कहीं छिपा दिया है, इसलिए इन आरोपितों की पुलिस कस्टडी जरूरी है। इसके बाद कोर्ट ने ललित पाटिल, सचिन वाघ की पुलिस कस्टडी 27 अक्टूबर तक बढ़ा दी थी।
इन दोनों की आमने-सामने हुई पूछताछ में गिरना नदी की तलहटी में फेंके गए ड्रग का पता चला था। साथ ही पुलिस को नासिक के ग्रामीण इलाकों में भी ड्रग छिपाने का पता चला है। इसी वजह से पुलिस गिरना नदी के आसपास और ग्रामीण इलाकों में गहन छानबीन कर रही है।