जनपद के सदर तहसील में तैनात महिला नायब तहसीलदार से हुई रेप और जान से मारने की कोशिश मामले को लेकर शासन ने आरोपी नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ला को सस्पेंड करते हुए मंडलायुक्त कानपुर कार्यालय से संबद्ध कर दिया है। घटना की जांच आयुक्त लखनऊ मंडल को दी गई है। साथ ही आज कोर्ट ने नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ला के खिलाफ एनबीडब्ल्यू जारी कर दिया।
इस घटना को लेकर अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर 6 टीम गठित कर किया गया है।घटना में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। दरअसल, सोमवार को डीएम ने शासन को एक रिपोर्ट भेजी है। इसमें कहा गया है कि नायब तहसीलदार और राजस्व अधिकारी की फ्रेंडशिप थी। यही नहीं, दोनों की वॉट्सऐप पर चैटिंग भी होती थी।
घटना वाली रात को एक अनजान व्यक्ति तहसीलदार के घर पर मौजूद था। इसी दौरान पीछे के दरवाजे से आरोपी अफसर उनके घर में घुसा था। पूछताछ में राजस्व अधिकारी ने बताया कि महिला अफसर के घर में झगड़ा हो रहा था। मैं उनकी मदद करने के लिए गया था।
उधर, मंगलवार को शासन को आरोपी राजस्व अधिकारी को सस्पेंड कर दिया। वहीं आरोपी नायब तहसीलदार के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया गया है। कोर्ट ने पुलिस को आदेश दिया है कि इन्हें गिरफ्तार करके कोर्ट के समक्ष पेश करें।
महिला अफसर सदर तहसील में नायब तहसीलदार के पद पर तैनात हैं। 25 साल की अनमैरिड महिला अफसर ने 17 नवंबर को आरोप लगाया था कि राजस्व अधिकारी ने उनके सरकारी आवास में घुसकर उनका रेप करने की कोशिश की। नाकाम होने पर उन्हें जमीन पर गिराकर पीटा गया। विरोध करने पर उनके कपड़े फाड़े गए।
महिला अफसर किसी तरह भागकर तख्त के नीचे छिपीं, तो उन्हें वहां से भी घसीट लिया। इसके बाद उनकी गला दबाकर हत्या करने की कोशिश की गई। किसी तरह जान बचाकर महिला अफसर बाहर भागीं। इसके बाद खुद को कमरे में बंद कर लिया। पुलिस ने महिला नायब तहसीलदार का मेडिकल कराने के बाद आरोपी अधिकारी पर केस दर्ज कर लिया था।