पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी के शव को शनिवार को गाजीपुर जिले के उनके पैतृक निवास युसूफपुर मोहम्मदाबाद के करीब कालीबाग स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। मुख्तार अंसारी के जनाजे में भारी संख्या में लोग शामिल हुए। शनिवार की सुबह से ही लोगों का जमावड़ा शुरू हो गया था। धीरे-धीरे लोगों की संख्या बढ़ती गई।
उधर, मूछों से पहचाने जाने वाले माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के बेटे ने जनाजा उठने से पहले पिता की मूछों पर बल दिया। सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हुई, जिसमें बेटा अपने पिता मुख्तार अंसारी की मूछों को ताव देता नजर आ रहा है। नम आंखों से उमर अंसारी ने अपने पिता की मूंछों को आखिरी बार ताव दिया।
डीआईजी डाक्टर ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि मुख्तार अंसारी का अंतिम संस्कार शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया। परिजनों से लगातार वार्ता कर यह कार्रवाई पूरी की गई। इस दौरान ग्रुप में लोग आते रहे।
कब्रिस्तान में उनके परिवार के 50 लोगों को अनुमति थी। कुछ खास लोगों को मिट्टी देने में शामिल किया गया। ज्यादातर लोग कब्रिस्तान के बाहर जुटे थे। लोगों की भारी भीड़ को देखते हुए मुख्तार के बेटे उमर ने खुद माइक ले लिया। उसने लोगों से पीछे हटने की अपील की, साथ ही लोगों को शांति बनाने की भी अपील की।
भारी पुलिस बल और लोगों के हुजूम के बीच मुख्तार अंसारी को दफन कर दिया गया। अंतिम विदाई के समय मुख्तार के स्वजन में उनके बड़े भाई अफजाल अंसारी, पूर्व विधायक सिबगतुल्लाह अंसारी, भतीजे मुहम्मदाबाद विधायक सुहेब अंसारी, बेटा उमर अंसारी सहित सभी ने मुख्तार की कब्र पर मिट्टी डाली।
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