भारतीय पैरालंपिक समिति (पीसीआई) की पूर्व प्रमुख दीपा मलिक ने कहा कि दिव्यांग खिलाड़ियों को उचित सुविधायें मुहैया कराने से ही देश में अधिक से अधिक बड़ी अंतरराष्ट्रीय पैरा प्रतियोगितायें आयोजित की जा सकती हैं।
दीपा का पीसीआई अध्यक्ष के रूप में कार्यकाल शनिवार को दो बार के पैरालिंपिक स्वर्ण पदक विजेता भाला फेंक देवेंद्र झाझरिया के निर्विरोध अध्यक्ष चुने जाने के साथ समाप्त हो गया। उन्होंने कहा कि होटल, होस्टल और सार्वजनिक परिवहन को दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए ‘यूजर फ्रैंडली’ (इस्तेमाल के अनुकूल) बनाया जाना चाहिए।
दीपा ने शनिवार को ‘पीटीआई वीडियो’ से कहा, ”अगर हमें बड़े पैरा खेल आयोजनों की मेजबानी करनी है और यहां तक कि दिव्यांग (विकलांग लोगों) की आबादी का समर्थन करना है तो हमें सार्वजनिक परिवहन, होटल और होस्टल में सुविधा मुहैया कराने पर काम करने की जरूरत है।”