कांग्रेस ने मोदी सरकार को जवान और किसान विरोधी करार देते हुए कहा है कि उसकी नीतियों के कारण देश का किसान तथा जवान पीड़ित है और इन दोनों का जमकर शोषण किया जा रहा है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट, संचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा तथा वरिष्ठ नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने सोमवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि देश में आज जवान और किसान दोनों का शोषण हो रहा है। किसानों के परिवारों के बच्चे हमारी फौज में जवान बनते हैं लेकिन देश के जवान और किसान दोनों की स्थिति क्या है यह सब दिल्ली के जंतर-मंतर और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर सबको दिख रही है।
उन्होंने कहा “आज देश के नौजवानों में सेना भर्ती को लेकर रुचि कम हो गई है। इसका जिम्मेदार कौन है। आप फौज पर राजनीति करके राष्ट्रहित की बात नहीं कर सकते इसलिए सरकार अग्निपथ योजना वापस ले और सेना में पक्की भर्ती दोबारा शुरू करे। सेना द्वारा करीब दो लाख युवकों का पूरी प्रक्रिया के बाद चयन हुआ है उन सभी नौजवानों को जॉइनिंग दी जाए।”
कांग्रेस नेताओं ने कहा “सरकार जी-20 के आयोजन, प्रधानमंत्री के हवाई जहाज,सेंट्रल विस्टा जैसे प्रोजेक्ट और अपने प्रचार पर करोड़ों रुपए खर्च कर सकती है लेकिन पैसा बचाने के लिए सेना भर्ती प्रक्रिया के साथ खिलवाड़ कर रही है जो देश की सुरक्षा के लिए चुनौती बन सकता है। हमारा आग्रह है कि चयनित युवाओं को नौकरी दी जाए। पार्टी देश के उन सभी लाखों युवाओं के साथ खड़ी है जो सेना में अपना भविष्य देखते हैं।”
उन्होंने कहा “देश में कोविड के दौरान और उससे पहले सेना की कई भर्तियां पूरी हो चुकी थी और चयनित युवकों की सिर्फ जॉइनिंग बाकी थी लेकिन अग्निपथ योजना आने के बाद चयनित इन नौजवानों को जॉइनिंग नहीं दी गई। इन नौजवानों ने श्री राहुल गांधी जी से मिलकर अपना दर्द साझा किया था। तभी से राहुल गांधी इनकी आवाज लगातार उठा रहे हैं। इसी क्रम मेँ पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने भी महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को पत्र लिखकर चयनित नौजवानों को जॉइनिंग देने की मांग की है।”श्री पायलट, श्री खेड़ा तथा श्री हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी सरकार की नीतियों से पीड़ित देश के इन नौजवानों के साथ खड़ी हैं और जब तक चयनित उम्मीदवारों को नौकरी नहीं दी जाती पार्टी उनके साथ यह लड़ाई लड़ती रहेगी।
कांग्रेस नेताओं ने कहा,“मोदी सरकार ने 14 जून 2022 को अग्निपथ योजना की घोषणा की थी। सरकार का यह निर्णय एकतरफा था। इसमें कहा गया कि सेना में भर्ती अग्निपथ योजना के माध्यम से की जाएगी। सेना की औसत आयु को कम और सेना का आधुनिकीकरण करना है जबकि मोदी सरकार ने इस योजना को पैसा बचाने के लिए शुरू किया। एक तरफ सरकार का कहना है कि हम डिफेंस एक्सपोर्ट से बहुत पैसा कमा रहे हैं, आत्मनिर्भर हुए हैं। डिफेंस सेक्टर में हम इतने सक्षम हो रहे हैं तो सरकार को सैनिकों के जीवन, उनके पेंशन और परिवार की सुख-सुविधाओं के लिए काम करना चाहिए।”
उन्होंने कहा,“अग्निपथ योजना का कांग्रेस पार्टी ने शुरुआत से ही विरोध किया है क्योंकि ये सेना के साथ खिलवाड़ है। सवाल है कि मोदी सरकार ‘अग्निपथ योजना’ किसकी मांग पर लेकर आई जबकि इस योजना की मांग न तो सेना ने रखी, न ही सेना में भर्ती होने वाले नौजवानों ने। यह भी बड़ा सवाल है कि अग्निवीर चार साल की नौकरी के बाद क्या करेंगे।”कांग्रेस नेताओं ने कहा कि सेवा के पूर्व शीर्ष अधिकारी भी इस योजना को ले जाने से हतप्रभ है। उनका कहना था कि पूर्व सेना अध्यक्ष एमएम नरवणे भी कह चुके हैं कि सरकार का अग्निपथ योजना लाने का फैसला चौंकाने वाला था।
कांग्रेस नेताओं ने कहा,“आश्चर्य इस बात का है कि भाजपा नेता इस मुद्दे पर गंभीरता से बात करने की बजाय युवाओं के साथ मजाक कर रहे हैं। भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय कहते हैं कि ऐसे नौजवानों को भाजपा कार्यालय में चौकीदार की नौकरी देंगे। हम भाजपा को बताना चाहते हैं कि- देश का नौजवान सेना में देशभक्ति के भाव से जाता है, न कि भाजपा कार्यालय के बाहर चौकीदार बनने के भाव से।”
उन्होंने कहा,“सर्वश्री खड़गे और राहुल गांधी समेत पूरी पार्टी बीते एक साल से ‘अग्निपथ योजना’ के खिलाफ आवाज उठाती आई है। ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ में भी राहुल गांधी जी ने युवाओं के हक के लिए आवाज उठाई है। देश में आज जवान और किसान दोनों परेशान है। देश में एक ऐसे प्रधानमंत्री थे जो जय जवान-जय किसान का नारा देते थे। अब एक दूसरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं.. जो किसान और जवान दोनों का अपमान कर रहे हैं।”