प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) पर बुधवार को जमकर निशाना साधा और उस पर केंद्रीय योजनाओं में सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया। उन्होंने अयोध्या में श्री राम मंदिर पर चर्चा के दौरान संसद से बहिर्गमन करने को लेकर भी द्रमुक की आलोचना की।
मोदी ने संसद में इस मुद्दे पर चर्चा के दौरान विपक्ष के बहिर्गमन का स्पष्ट रूप से संदर्भ देते हुए कहा कि द्रमुक का ‘भाग जाना’ लोगों की आस्था के प्रति उसकी ‘नफरत’ को दर्शाता है। प्रधानमंत्री ने द्रमुक और उसकी सहयोगी पार्टी कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा और उन पर लोगों के बीच दरार पैदा करने का आरोप लगाया और परिवारवाद की राजनीति के लिए उनकी आलोचना की।
मोदी ने यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ”तमिलनाडु का श्री राम से जुड़ाव जगजाहिर है। अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले, मैं धनुषकोडी (तमिलनाडु) समेत विभिन्न मंदिरों में गया था। पूरा देश खुश था कि इतने सालों बाद मंदिर बन रहा है। संसद में इससे जुड़ा मामला उठा तो द्रमुक के सांसद भाग खड़े हुए।”
प्रधानमंत्री ने कहा, ”द्रमुक ने फिर साबित कर दिया कि वह आपकी आस्था से कितनी नफरत करती है।” उन्होंने कहा, ”द्रमुक और कांग्रेस लोगों, समाज के बीच दरार पैदा करते हैं जबकि हम सभी को परिवार के रूप में देखते हैं।”मोदी ने सत्तारूढ़ द्रमुक पर तमिलनाडु में केंद्रीय योजनाओं में सहयोग नहीं करने का भी आरोप लगाया और परिवारवाद की राजनीति को लेकर द्रविड़ पार्टी पर निशाना साधा। उन्होंने दावा किया कि उनकी पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में 400 से अधिक सीट जीतेगी। उन्होंने कहा, ”अब तो विपक्ष भी कह रहा है कि भाजपा और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) इस बार अधिक सीट जीतेंगे।”