पूर्व मुख्यमंत्री की दो बेटियों मीसा भारती और रोहिणी आचार्य को लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार चुना गया

एक बार फिर लोकसभा चुनाव बिहार में बेहद खास हो चुके है। आप फल से ही वाकिफ है राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद यादव आम चुनाव नहीं लड़ पा रहे हैं, लेकिन अबकी बार अपनी दो बेटियों को मैदान में उतारकर  मुकाबला करने का इरादा तय किया है।पूर्व मुख्यमंत्री की दोनो बेटियों मीसा भारती और रोहिणी आचार्य को उम्मीदवार बनाया गया है। ऐसा पता चला है की इनकी बारी जो सिंगापुर में रहती है वो रोहिणी आचार्य की पॉलिटिक्स  में इस बार गजब की एंट्री हुई है। सारण से उतरने की चुनौती उनको सौंपी गई है। लालू प्रसाद यादव की बड़ी बेटी मीसा भारती पहले भी चुनाव का हिस्सा रह चुकी है।इस बार वह तीसरी बार फिर से पाटलिपुत्र से चुनाव लडने की तैयारी में है।आपको बता दें की साल 2014 और 2019 दोनो ही सालों में मीसा को हार का सामना करना पड़ा थ।

लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बिहार में प्रमुख दलों ने अपने अधिकतर उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। हाल ही में लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल ने 22 प्रत्याशियों की सूची जारी की। इसमें लालू यादव परिवार से भी दो लोगों को टिकट मिले हैं। पूर्व मुख्यमंत्री की दो बेटियों मीसा भारती और रोहिणी आचार्य को राजद ने उम्मीदवार बनाया है।

लालू जी के बच्चों में सबसे बड़ी बेटी मीसा भारती हैं। मीसा की साल 1999 में शैलेश कुमार से हुई थी जोकि पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर है वैसे तो इनके पति  अब खुद की कंपनी चलाते हैं। मीसा राज्यसभा की सांसद रह चुकी है और वर्तमान में भी है। एमबीबीएस की पढ़ाई कर 2014 में मीसा ने पाटलिपुत्र लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था बल्कि इसके इन्हे हार का सामना करना पड़ा था। अबकी बार फिर से वह पाटलिपुत्र से टिकट लेकर युद्ध के लिए उतरी है।

रोहिणी आचार्य ने अपने पिता लालू यादव को किडनी देकर उनकी जान बचाई थी जिसके बाद वो सुर्खियों में आई थी। रोहिणी की शादी समरेश सिंह के साथ हुई है। समरेश पेशे से कंप्यूटर इंजीनियर हैं और दोनों के तीन बच्चे भी हैं। रोहिणी आचार्य अब पॉलिटिक्स में एंट्री ले चुकी है और सारण से उतरने की चुनौती उन्होंने ले है। सारण में रोहिणी आचार्य का मुकाबला बीजेपी के नेता राजीव प्रताप रूडी से आमना सामना होगा। रूडी ने सारण से कुल सात बार चुनाव लड़ा है. ये आपको बता दें की रूडी को पहले भी सारण से कुल 4 चुनावों में जीत मिली चुकी है।इनको वैसे तो तीन चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। अगर इस बार चुनाव में रोहिणी के पक्ष में नतीजे आते हैं तो उनके लिए चुनावी जीत काफी बड़ी मानी जायेगी।

यह भी पढ़ेंकुल्थी के दाल दिल की सेहत साथ वजन को नियंत्रित करने के लिए है लाभदायक