पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी(पीडीपी) अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को कहा कि विजेता क्रिकेट टीम की जय-जयकार करने वाले छात्रों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम लगाना जम्मू-कश्मीर में युवाओं के प्रति सत्ता प्रतिष्ठान की ‘क्रूर मानसिकता’ को दर्शाता है।
शेर-ए-कश्मीर यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चरल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी में क्रिकेट विश्व में भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया की जीत के बाद कप 19 नवंबर को पाकिस्तान समर्थक नारे लगाए गए थे और एक अन्य गैर-स्थानीय छात्र ने शिकायत की थी कि उसे कथित तौर पर धमकी दी गई। इसके बाद सात कश्मीरी छात्रों को गिरफ्तार कर लिया गया और उनके खिलाफ यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया गया।
सुश्री मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से इस मामले को देखने का आग्रह किया।उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर कहा, “चिंताजनक और चौंकाने वाली बात यह है कि जीतने वाली टीम के लिए जयकार करना भी कश्मीर में अपराध माना गया है। पत्रकारों, कार्यकर्ताओं और अब छात्रों पर यूएपीए जैसे कठोर कानूनों को लागू करने से जम्मू-कश्मीर में युवाओं के प्रति प्रतिष्ठान की बैरल के माध्यम से लोगों के दिल और दिमाग एक बंदूक की क्रूर मानसिकता का पता चलता है। श्री सिन्हा जी , इस मामले पर गौर करे।”