एसआई भर्ती परीक्षा में ब्लूटूथ से नकल करवाने वाली गैंग का सरगना तुलसाराम आखिरकार एसओजी के हत्थे चढ़ गया. एसआई भर्ती पेपर लीक का मामला सामने आने के बाद से वह फरार था. तुलसाराम एसआई भर्ती में नकल गिरोह के आरोप में गिरफ्तार पौरव कालेर का चाचा और एएसपी का पति है. रीट भर्ती परीक्षा में चप्पल में डिवाइस लगाकर नकल करवाने के मामले में भी वह गिरफ्तार हुआ था. बाद में वह जमानत पर छूट गया था. एसओजी-एटीएस के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि एसआई भर्ती परीक्षा में ब्लूटूथ से नकल करवाने वाले गिरोह के सरगना तुलसाराम को जयपुर में उसके घर से गिरफ्तार किया गया है. उसे सोमवार को कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने तुलसाराम को 15 जून तक एसओजी की रिमांड पर भेजा है.
बता दे की तुलसाराम और पौरव कालेर गैंग की मदद से ब्लूटूथ के जरिए नकल कर एसआई भर्ती परीक्षा पास करने के आरोप में पकड़ी गई प्लाटून कमांडर प्रभा विश्नोई, मनीषा सिहाग और अंकिता गोदारा को कोर्ट में पेश किया गया. यहां से उन्हें सात दिन की रिमांड पर भेजा गया है. एसओजी को जानकारी मिली है कि इन तीनों ने पहले भी भर्ती परीक्षाओं में नकल की है. अब इन तीनों से एसओजी की टीम पूछताछ करने में जुटी है. प्रभा को जोधपुर से और मनीषा व अंकिता को राजस्थान पुलिस अकादमी जयपुर से गिरफ्तार किया गया था.
प्राप्त जानकारी के अनुसार बता दे की नकल गिरोह का मास्टरमाइंड तुलसाराम बीकानेर में कोचिंग सेंटर चलाता था. इसकी आड़ में नकल और डमी अभ्यर्थी बिठाने का गैंग चलाता था. वह 1991 में पुलिस में भर्ती हुआ था. बाद में एक मामले में उसे बर्खास्त कर दिया गया था. उसने 2007 में आरएएस की परीक्षा भी पास की थी. तुलसाराम 2014 में अपने रिश्तेदार की जगह एसआई की परीक्षा देते भी पकड़ा गया था. रीट भर्ती परीक्षा में नकल के लिए चप्पल में ब्लूटूथ डिवाइस लगाने के मामले में भी वह गिरफ्तार हुआ था, लेकिन जमानत मिल गई. एसआई भर्ती पेपर लीक का खुलासा होने के बाद से वह फरार चल रहा था.
नकल गिरोह के लिए एसआई भर्ती का पेपर हल करने वाले प्रवीण कुमार से पूछताछ में भी चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. उसने 2012 में बैंक पीओ की परीक्षा पास की. इसके बाद 2013 में रोडवेज निरीक्षक, 2014 में एफसीआई की असिस्टेंट भर्ती परीक्षा, 2017 में एसएससी की सीजीएल परीक्षा भी पास की, लेकिन परीक्षा पास करने के बाद वह कभी दस्तावेज की जांच करवाने नहीं गया. उसने साल 2017 में सीएजी कार्यालय में ऑडिटर की पोस्ट पर जॉइन किया था, लेकिन 2023 में उसने यह नौकरी भी छोड़ दी.
मिली रिपोर्ट के अनुसार ब्लूटूथ से नकल करवाने वाली गैंग का बदमाश प्रवीण कुमार पहले जगदीश विश्नोई गैंग के लिए पेपर हल करने का काम करता था. एसआई भर्ती 2021 में उसने दूसरी गैंग को दस लाख रुपए में पेपर बेच दिया. इस बात को लेकर जगदीश विश्नोई और प्रवीण के बीच विवाद भी हुआ था. उसने एसआई भर्ती परीक्षा का पेपर भी पौरव कालेर और तुलसाराम की गैंग के लिए हल किया था. अब एसओजी की टीम प्रवीण से भी पूछताछ में जुटी है.
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