दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके में फैक्ट्री में भीषण आग लग गई और देखते ही देखते आग की लपटे बाहर तक निकलने लगी। मौके पर पहले आधा दर्जन फायर की गाड़ियां भेजी गई। लेकिन आग की हालत को देखते हुए गाड़ियों की संख्या और बढ़ाकर धीरे-धीरे दो दर्जन से ज्यादा पहुंच गई।पानी के फायर टेंडर के अलावा आग पर काबू पाने के लिए फोम टेंडर की भी यूज किया गया। क्योंकि जिस फैक्ट्री में आग लगी थी उसमें प्लास्टिक के और रबड़ के पदार्थ भरे हुए थे।
मौके पर पहुंचे फायर कर्मियों को पता चला कि वहां पर जूता और शोल बनाने का काम होता है। बिल्डिंग बेसमेंट, ग्राउंड और ऊपर की तीन मंजिल पर बनी हुई थी। मौके पर डिप्टी चीफ फायर ऑफिसर एम. के चटोपाध्याय और सुमेश कुमार दुआ भी पहुंच गए। लगभग 4 घंटे की मशक्कत के बाद सुबह 7:00 बजे के आसपास आग पर काबू पाया गया।
राहत की बात रही कि इसमें कोई हताहत या घायल नहीं हुआ। क्योंकि उस समय फैक्ट्री में कोई मौजूद नहीं था। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। लेकिन जब तक आग नहीं बुझी, तब तक वहां पर अफरातफरी का माहौल बना रहा। यह फैक्ट्री 300 स्क्वायर मीटर में बनी हुई है। आग एक फ्लोर पर लगी थी, जो धीरे-धीरे करके दूसरे फ्लोर तक भी पहुंच गई।
क्योंकि इसमें ज्वलनशील पदार्थ ज्यादा भरा हुआ था, इसलिए आग को कंट्रोल करने में फायर कर्मियों की टीम को समय लगा। इस आग को 130 से ज्यादा फायर कर्मियों ने सूझबूझ और मशक्कत से काबू पा लिया।फायर कंट्रोल रूम के अनुसार आधी रात 2:30 बजे आग लगने की सूचना मिली थी। बताया गया की मंगोलपुरी इंडस्ट्रियल एरिया में एक फैक्टरी में आग लगी है। सुबह 6:30 बजे आग पर कंट्रोल किया गया और उसके बाद कूलिंग का काम किया जा रहा है।