गाजा पट्टी के मुख्य युद्ध क्षेत्र स्थित संयुक्त राष्ट्र के आश्रय गृह और अस्पताल पर शनिवार को इजरायली सेना के हवाई हमले में कई लोग मारे गए है। हमास शासित गाजा पट्टी में इजराइल द्वारा हमले और आम नागरिकों की मौतों की बढ़ती संख्या से अंतरराष्ट्रीय नाराजगी बढ़ती जा रही है।
वहीं अरब नेताओं ने सार्वजनिक रूप से अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन पर गाजा में तत्काल युद्धविराम सुनिश्चित करने के लिए दबाव डाला है। इसके कुछ ही घंटों बाद फिलिस्तीनियों ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा संचालित स्कूल में इजरायली हवाई हमले में कम से कम 15 लोग मारे गए।
शीर्ष अमेरिकी राजनयिक ने एक संवाददाता सम्मेलन में अपने जॉर्डन और मिस्र के समकक्षों से कहा कि युद्धविराम केवल हमास को फिर से संगठित होने और इज़रायल पर अधिक हमले करने की अनुमति देगा। इजरायल की सेना ने युद्ध क्षेत्र में फंसे नागरिकों के सुरक्षित दक्षिणी इलाके में जाने के लिए तीन घंटे सुरक्षित रास्ता देने की पेशकश की।
वहीं, नेतन्याहू ने जोर देकर कहा है कि जब तक हमास द्वारा बंधक बनाए गए सभी बंधकों को रिहा नहीं किया जाता, तब तक कोई अस्थायी संघर्ष विराम नहीं हो सकता।मिस्र के अधिकारियों ने पहचान गुप्त रखते हुए बताया कि उनके देश और कतर ने रोजाना छह से 12 घंटे तक मानवीय आधार पर युद्ध रोकने का प्रस्ताव किया ताकि राहत पहुंचाई जा सके एवं घायलों को निकाला जा सके।
वे इजराइल से हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों को रिहा करने के एवज में महिलाओं और बुजुर्ग कैदियों को रिहा करने को कह रहे हैं लेकिन तेल अवीव इससे सहमत होता नहीं दिख रहा।इजरायली सेना ने उत्तर गाजा के 11 लाख लोगों से बार-बार दक्षिण जाने को कह रहा है, क्योंकि उसने उत्तरी इलाके में बमबारी तेज कर दी है और शहर की घेराबंदी सख्त कर दी है।
फिलिस्तीनी शणर्थियों के लिए काम करने वाली संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी के मुताबिक शनिवार को उत्तरी गाजा में संयुक्त राष्ट्र द्वारा संचालित स्कूल सह आश्रय गृह पर दो गोले गिरे जिसमें कई लोग मारे गए। हमले के दौरान लोग तंबुओं में मौजूद थे और महिलाएं खाना बना रही थीं।
एजेंसी की प्रवक्ता जुलियट तौमा ने बताया कि शुरुआती खबरों के मुताबिक 20 लोग मारे गए हैं लेकिन एजेंसी ने अबतक इसकी पुष्टि नहीं की है।गाजा में हमास संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि स्कूल में 15 लोग मारे गए हैं और 70 अन्य घायल हुए है। इस स्कूल में हजारों ने शरण ली है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता मेधात अब्बास के मुताबिक गाजा शहर के नसर अस्पताल के गेट पर शनिवार को हुए हमले में दो लोगों की मौत हो गई थी। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, गाजा की 70 प्रतिशत आबादी यानी 15 लाख लोगों को इस युद्ध के कारण अपने घरों को छोड़ना पड़ा है।
वहीं, इजरायल की घेराबंदी की वजह से गाजा में मानवीय संकट दिन-ब-दिन बढ़ता जा रही है। खाना, पेयजल और अस्पतालों में इस्तेमाल किए जाने वाले जेनरेटर के ईंधन की कमी हो रही है। इसके मद्देनजर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने तत्काल संघर्ष विराम करने और राहत पहुंचाने की अपील की है।