पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सिक्किम में अचानक आई बाढ़ के बाद 23 सैनिकों के लापता होने की खबर पर बुधवार को चिंता जताई और अपनी सरकार की ओर से हरसंभव मदद मुहैया कराने का आश्वासन दिया।
अधिकरियों ने बताया कि उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील पर अचानक बादल फटने से लाचेन घाटी में तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई, जिससे सेना के 23 जवान बह गए और उनका शिविर व वाहन कीचड़ में धंस गए।
ममता ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, ”सिक्किम में बादल फटने के बाद अचानक आई बाढ़ में 23 जवानों के लापता होने की खबरों से बहुत चिंतित हूं। इस मामले पर एकजुटता व्यक्त करते हुए सिक्किम की ओर से कोई मदद मांगे जाने पर हरसंभव सहायता देने का वादा करती हूं।”
उन्होंने कहा, ”मैं उत्तर बंगाल में सभी संबंधित पक्षों से आपदाओं केा रोकने के लिए वर्तमान मौसम परिस्थिति पर नजर बनाए रखने का भी अनुरोध करती हूं। मैंने अपने मुख्य सचिव को यथाशीघ्र आपदा प्रबंधन तैयारी संबंधी उपायों के साथ समन्वय करने को कहा है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके प्रशासन ने पिछले कुछ दिन में भरी बारिश के बाद पश्चिम बंगाल के कलिम्पोंग, दार्जीलिंग और जलपाईगुड़ी जिलों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के कदम उठाए हैं।
उन्होंने कहा, ”कलिम्पोंग, दार्जीलिंग और जलपाईगुड़ी जिलों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए सभी कदम उठाए गए हैं। राज्य के वरिष्ठ मंत्रियों और आईएएस अधिकारियों को बचाव एवं राहत अभियान पर नजर रखने के लिए उत्तर बंगाल भेजा गया है। यह सुनिश्चित करने के लिए कड़ी नजर रखी जा रही है कि इस गंभीर आपदा में किसी की जान न जाए।”