केरल स्वास्थ्य विभाग में कथित रोजगार घोटाला और रिश्वत मामले के मुख्य संदिग्ध को पड़ोसी राज्य तमिलनाडु के थेनी जिले में पकड़ लिया गया। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज के एक निजी स्टाफ सदस्य के खिलाफ रिश्वतखोरी के आरोप सामने आने के बाद से अखिल सजीव फरार था। स्टाफ कर्मी पर हाल ही में एक चिकित्सा अधिकारी की नियुक्ति के लिए रिश्वत लेने का आरोप है।
स्वास्थ्य मंत्री के कार्यालय ने निजी स्टाफ सदस्य अखिल मैथ्यू के खिलाफ लगे आरोपों को सिरे से नकार दिया और मामले की विस्तृत जांच की मांग करते हुए तिरुवंनतपुरम शहर थाने में शिकायत दर्ज कराई।पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सजीव को राज्य पुलिस के एक दल ने तमिलनाडु के थेनी से हिरासत में लिया और उसे केरल लाया गया है।
अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया, ”वह थेनी में एक गुप्त जगह पर था। चूंकि वह अपना मोबाइल फोन इस्तेमाल नहीं कर रहा था इसलिए उसकी सटीक स्थिति का पता लगाना हमारे लिए मुश्किल हो रहा था।”अधिकारी ने बताया कि जल्द ही उसकी गिरफ्तार दर्ज की जाएगी।
सजीव धोखाधड़ी के एक अन्य मामले में भी आरोपी है, जिसकी जांच पतनमतिट्टा पुलिस द्वारा की जा रही है। वह पतनमतिट्टा में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की श्रमिक संघ शाखा (सीटू) का पूर्व कार्यालय सचिव है।
स्वास्थ्य विभाग में नियुक्ति के संबंध में कथित तौर पर यह नौकरी घोटाला तब सामने आया जब मलप्पुरम के रहने वाले हरिदासन ने स्वास्थ्य मंत्री के निजी स्टाफ सदस्य मैथ्यू पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया। हरिदासन ने आरोप लगाया था कि चिकित्सा अधिकारी के रूप में उनकी बहू की नियुक्ति के लिए मैथ्यू ने उनसे रिश्वत ली थी।