शासन ने कोरोना के नए वैरिएंट जेएन-1 को लेकर शुक्रवार को प्रदेश के सभी सरकारी, निजी अस्पतालों के साथ ही सभी सीएमओ को नई गाइडलाइन जारी कर दी है।
सचिव रंजन कुमार की तरफ से जारी गाइडलाइन के तहत इंफ्लुएंजा जैसे लक्षणों, खांसी, बुखार व सांस संबंधी बीमारियों की शिकायत लेकर आने वाले मरीजों की कोविड जांच कराई जाएगी। पॉजिटिव पाए जाने पर जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए नमूना केजीएमयू भेजा जाएगा।ताजा गाइडलाइन के तहत खांसी, जुकाम, बुखार व सांस संबंधी रोगियों पर विशेष तौर पर नजर रखी जाएगी।
इन मरीजों की जब तक कोविड रिपोर्ट नहीं आती है, तब तक आइसोलेशन में रखकर इलाज किया जायेगा। अस्पतालों में भर्ती होने वाले इंफ्लुएंजा लाइक इलनेस (आईएलआई) यानी इंफ्लुएंजा जैसे लक्षणों वाले मरीजों और सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन (एसएआई) यानी गंभीर किस्म के श्वसन तंत्र के संक्रमण के मामलों में अनिवार्य रूप से आरटीपीसीआर जांच कराई जाएगी।
नई गाइडलाइन के मुताबिक निजी अस्पतालों को कहा गया है कि खांसी, बुखार व श्वांस संबंधी बीमारियों की शिकायत लेकर आने वाले मरीजों को आइसोलेशन में रखें। उनकी कोविड जांच कराएं। रिपोर्ट आने तक कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया जाए।
भीड़भाड़ में लगाएं मास्क
क्रिसमस व नए साल की पूर्व संध्या पर होटल, रेस्त्रां व मॉल में लोगों की भीड़ जुटेगी। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने लोगों से भीड़ वाले स्थानों पर जाने से बचने की अपील की है। मास्क लगाने का सुझाव दिया है, ताकि कोविड के प्रसार पर अंकुश लगाया जा सके।