Lok Sabha elections 2024 के रिजल्ट का काउंटिंग शुरू हो चुका है। 4 जून यानि कल मतगणना के साथ यह पता चल जाएगा कि केंद्र में किसकी सरकार बनेगी। रिजल्ट आने से पहले यह जानने की उत्सुकता सभी में बनी हुई है कि आखिर कैसे वोटों की गिनती होती है?
मतगणना वाले दिन होता क्या-क्या है? वोटों की गिनती कौन करता है? काउंटिंग सेंटर के अंदर कौन जा सकता है? मतगणना के बाद EVM का क्या होता है? आइये जानते हैं मतगणना से जुड़े ऐसे कई सवालों के जवाब।
जानिए, किस समय शुरू होगी वोटों की गिनती?
चुनाव आयोग के मुताबिक, वोटों की गिनती सुबह 8 बजे से शुरू होगी। सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती होगी और उसके बाद ईवीएम के वोट गिने जाएंगे। पोस्टल बैलेट में भी दो कैटेगरी से मतगणना होगी। पहले सेना, पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों और ऑफिसर्स के वोट काउंट होंगे। इसके बाद सेकेंड कैटेगरी में चुनाव ड्यूटी कर रहे कर्मचारियों, अधिकारियों और सुरक्षा कर्मियों के पोस्टल बैलट काउंट होंगे।
पहले कौन शुरू करता है डाक मतपत्रों की गिनती ?
चुनाव संचालन नियम 1961 के नियम 54 ए के तहत, डाक मतपत्रों की गिनती सबसे पहले रिटर्निंग ऑफिसर (आरओ) के मेज पर शुरू की जाएगी। केवल ऐसे डाक मतपत्रों की गिनती की जाएगी जो मतगणना शुरू होने के लिए निर्धारित समय से पहले आरओ को प्राप्त हो जाएं। डाक मतपत्रों की गिनती शुरू होने के 30 मिनट बाद ईवीएम से मतों की गिनती शुरू होती है।
जानिए मतगणना अधिकारी के दायित्व
यदि निर्वाचन क्षेत्र में डाक मतपत्र नहीं है तो ईवीएम से मतों की गिनती निर्धारित समय पर शुरू की जा सकती है। मतों की गिनती के लिए मतदान केंद्र में उपयोग की गई ईवीएम की कंट्रोल यूनिट (CU) के साथ फॉर्म 17सी की ही आवश्यकता होती है। ईवीएम के सीयू से परिणाम जानने से पहले, मतगणना अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि उन पर लगी पेपर सील बरकरार है और डाले गए कुल मत फॉर्म 17सी में उल्लिखित मतों से मेल खाते हैं।
कैसे किया जाता है रिजल्ट का घोसणा
कंट्रोल यूनिट का परिणाम मतगणना पर्यवेक्षक, माइक्रो ऑब्जर्वर और उम्मीदवारों के मतगणना एजेंटों को दिखाने के बाद फॉर्म 17सी के भाग-II में नोट किया जाएगा। कंट्रोल यूनिट के डिस्प्ले पैनल में परिणाम प्रदर्शित न होने की स्थिति में, सभी सीयू की गणना पूरी होने के बाद संबंधित वीवीपैट की वीवीपैट पर्चियों की गणना की जाएगी। प्रत्येक सीयू का उम्मीदवार-वार परिणाम फॉर्म 17सी के भाग II में नोट किया जाएगा और मतगणना पर्यवेक्षक और मतगणना टेबल पर मौजूद उम्मीदवारों के मतगणना एजेंटों द्वारा हस्ताक्षरित किया जाएगा।
कब होती है VVPAT पर्चियों की गणना?
प्रत्येक मतदान केंद्र का फॉर्म 17सी फॉर्म 20 में अंतिम परिणाम पत्रक संकलित करने वाले अधिकारी को भेजा जाना चाहिए। वीवीपैट पर्चियों की गणना सीयू से मतों की गणना पूरी होने के बाद ही शुरू होगी। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र/संसदीय क्षेत्र के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में यादृच्छिक रूप से चयनित पांच मतदान केंद्रों की वीवीपैट पर्चियों का अनिवार्य सत्यापन मतगणना पूरी होने के बाद ही किया जाएगा। जब जीत का अंतर अस्वीकृत डाक मतपत्रों की संख्या से कम हो, तो रिजल्ट की घोसणा करने से पहले ऐसे सभी अस्वीकृत डाक मतपत्रों का अनिवार्य रूप से पुनः सत्यापन किया जाएगा। यदि दो उम्मीदवारों को समान संख्या में सर्वाधिक मत प्राप्त होते हैं, तो परिणाम लॉटरी द्वारा घोषित किया जाएगा।
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