राजधानी पटना में पुलिस और नारकोटिक्स विभाग के अधिकारियों ने छापेमारी कर 25 लाख रुपए की पेटाजोमीन इंजेक्शन, डाइलेक्स डीसी कफ सिरप, टेटामिन ब्लड बैग और 16 कार्टन में 186 बोतल शराब भी जब्त किया गया. इसके अलावा इस मामले में दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है.
जानकारी की अनुसार बिहार की राजधानी पटना में पीरबहोर थाना क्षेत्र स्थित सबसे बड़ी दवा मंडी गोविंद मित्रा रोड स्थित केके मेडिको में दवा सप्लाई की आड़ में अंग्रेजी शराब का कारोबार फल-फूल रहा था. जहां पुलिस और नारकोटिक्स विभाग के अधिकारियों ने छापेमारी कर 25 लाख रुपए की पेटाजोमीन इंजेक्शन, डाइलेक्स डीसी कफ सिरप, टेटामिन ब्लड बैग और 16 कार्टन में 186 बोतल शराब भी जब्त किया गया. इसके अलावा इस मामले में दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है. दोनों आरोपी अजीत कुमार और गणेश कुमार बाढ़, पटना के रहने वाले बताये जा रहे हैं. यह जानकारी सहायक औषधि आयुक्त सच्चिदानंद विक्रांत ने दी.उन्होंने बताया कि ड्रग विभाग की टीम में पटना से 12 ड्रग इंस्पेक्टर शामिल थे. गुप्त सूचना के आधार पर मिली जानकारी के बाद बिहार की सबसे बड़ी दवा मंडी गोविंद मित्रा रोड में एक दवा दुकानदार के बिना लाइसेंस वाले गोदाम में छापेमारी की गयी.
बता दें कि दोनों आरोपियों को पीरबहोर थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. अधिकारियों ने दुकानदार और दोनों गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ मादक द्रव्य अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है. ड्रग इंस्पेक्टर के मुताबिक एक दिन पहले सूचना मिली थी कि गोविंद मित्रा रोड में अवैध दवाओं की बड़ी खेप पहुंच रही है. पूरी टीम शुक्रवार से ही वहां रैकी कर रही थी. शनिवार की सुबह तक टीम को बेनी माधव लेन स्थित एक गोदाम में मादक पदार्थ व शराब की बड़ी खेप आने की पूरी जानकारी मिल गयी.
इसके बाद असिस्टेंट ड्रग कंट्रोलर ने 12 ड्रग इंस्पेक्टरों की टीम बनाकर वहां छापेमारी की. इस छापेमारी में स्थानीय पुलिस से भी सहयोग लिया गया. फिलहाल इस खुलासे के बाद गोविंद मित्रा रोड के दवा दुकानदारों में हड़कंप मच गया है.
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