लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों के बीच मध्य प्रदेश, बिहार के ग्वालियर स्थित एमपी/एमएलए कोर्ट ने लालू प्रसाद यादव के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है.आइये जाने क्या है पूरा मामला.
बिहार मध्य प्रदेश,के ग्वालियर में एमपी/एमएलए कोर्ट ने लालू प्रसाद यादव के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है. ग्वालियर कोर्ट ने यह वारंट आर्म्स एक्ट के मामले में जारी किया है.,यह मामला वर्ष 1995 और 1997 में आर्म्स फॉर्म 16 के तहत हथियारों की आपूर्ति से संबंधित है। इस फॉर्म के आधार पर सरकार द्वारा उन लोगों को हथियार दिए जाते हैं जो हथियारों के लिए आवेदन करते हैं.इस मामले की जांच करते हुए पुलिस ने लालू प्रसाद यादव के नाम की पुष्टि की.
अब पुलिस ने अनुसंधान कर पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को आरोपी बनाया है. पुलिस ने इस मामले में 1998 में आरोप पत्र दाखिल किया था. कोर्ट ने लालू यादव को नोटिस भी जारी किया था, लेकिन वह पेश नहीं हुए.1997 के इस मामले में आर्म्स एक्ट के तहत लालू प्रसाद यादव समेत 23 आरोपियों को नामजद किया गया है. इनमें से 2 की मौत हो चुकी है जबकि 14 फरार हैं। वहीं, 6 के खिलाफ ट्रायल चल रहा है.जबकि दो आरोपियों की मौत भी हो गई है. जानकारी के अनुसार यह फर्जीवाड़ा अगस्त 1995 से लेकर मई 1997 तक किया गया. इस अवधि के बीच तीन फर्म से कारतूस की खरीद की गई थी
जानकारी के लिए बता दें इस मामले में कोर्ट ने लालू यादव को कोर्ट में पेश होने के लिए नोटिस जारी किया था, लेकिन वह पेश नहीं हुए. इसके बाद कोर्ट ने बिहार के पूर्व सीएम के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया. पुलिस ने इस मामले की जांच की और जुलाई 1998 में आरोप पत्र दाखिल किया. 1998 में यह मामला ग्वालियर एमपी-एमएलए कोर्ट में आ गया है, क्योंकि उसमें लालू प्रसाद यादव का नाम जुड़ा हुआ है. कुल मिलाकर लालू यादव को एक बड़ा झटका ग्वालियर की एमपीएमएलए कोर्ट से लगा है.
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